अफगानिस्तान के शहर मजार ए शरीफ में स्थित भारतीय राजनयिक मिशन पर अज्ञात आतंकियों ने रविवार की रात हमला कर दिया। हमले के घटों बाद अभी भी वहां भीषण लड़ाई जारी है और सुरक्षा बल इलाके की छानबीन में लगे हुए हैं। भारतीय राजदूत ने बताया है कि वाणिज्य दूतावास में सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
पठानकोट वायुसैनिक अड्डे में छिपे दो और आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने आज मार गिराया। वहीं आतंकी हमले पर सरकार ने आज कहा कि अब तक छह आतंकवादी मारे जा चुके हैं। लेकिन सरकार ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सारे आतंकवादियों का सफाया हो गया है।
पठानकोट आतंकवादी हमले को लेकर देश की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस ने पाकिस्तान मामलों से निपटने में मोदी सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए उस पर आरोप लगाया कि वह घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। वहीं, राजग में शामिल शिवसेना ने मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है।
बुधवार को मुंबई से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान में चूहा दिखने के बाद हड़कंप मच गया और यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर विमान को बीच रास्ते से ही वापस लौटाना पड़ा। इस घटना से सरकारी एयरलाइन को काफी शर्मसार होना पड़ा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पांच साल से युद्ध से गुजर रहे सीरिया में सरकार और विद्रोहियों के बीच बातचीत के जरिये शांति प्रक्रिया का अनुमोदन करने वाले एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति के साथ स्वीकार कर लिया है। लेकिन यह मसौदा सीरिया में राजनीतिक हस्तांतरण में राष्ट्रपति बशर असद की भूमिका पर कुछ नहीं कहता।
भारत नैरोबी में चल रही विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक में कृषि व्यापार संबंधी मसौदे को लेकर संभवत: अपना विरोध दर्ज कराएगा। इस मसौदे में गरीब किसानों को संरक्षण तथा खाद्य सुरक्षा के उद्देश्य से सार्वजनिक भंडारण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दाें का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं है।
पहले युद्ध और प्रेम में सबकुछ जायज ठहराया जाता था। अब आर्थिक-व्यापारिक हित शायद सबकुछ जायज कर देते हैं, यहां तक कि युद्ध और प्रेम को भी। बल्कि इनके बारे में यू-टर्न को भी। अच्छा हुआ कि अपने घरेलू जनाधारों में उबाल भरने के लिए दिखावे के जंगी स्वांग में भड़काऊ बयानबाजी के घोड़ों पर सवार भारत और पाकिस्तान की हुकूमतों ने अपनी भड़काऊ बयानबाजी के ऊंचे घोड़ों से उतरकर एक-दूसरे से पहले पेरिस में प्रधानमंत्री के स्तर पर, फिर क्रमश: बैंकॉक और इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेशी मंत्रियों के जरिये एक-दूसरे से बातचीत शुरू करने के लिए हाथ मिलाया।