फिल्म 'आजाद हिन्द फौज' के तीन जांबाज अफसरों के खिलाफ अंग्रेजों द्वारा लगाए देशद्रोह के मुकदमे के आसपास घूमती हुई देशद्रोह और देशभक्ति को बहुत सरल शब्दों में परिभाषित करती है।
निर्देशक तिग्मांशु धुलिया देशभक्ति में रंगी हुई राग देश लेकर हाजिर हुए हैं। विषय तो देशभक्ति है लेकिन उस दौर की जब उस पर राजनीति नहीं होती थी। फिल्म की कहानी 1945 की है।
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने आज महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की।
तीन सैनिक। एक हिंदू, एक मुसलमान और एक सिख। तीनों ब्रिटिश इंडियन आर्मी के अफसर दूसरे विश्व युद्ध में सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी जॉइन कर लेते हैं। तीनों आजाद हिंद के लिए जापानियों के साथ मिलकर इम्फाल और बर्मा में जंग लड़ते हैं। जंग के बाद तीनों पर ब्रिटिश सरकार राजद्रोह और हत्या का मुकदमा चलाती है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि यहां भाजपा कार्यकर्ता जबरन लोगों के घरों के बाहर 'मेरा घर भाजपा का घर' स्लोगन लिख रहे हैं।
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में खुले में शौच करती महिलाओं के फोटो लेने से रोकने पर नगर परिषद कर्मियों ने कथित रूप से एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला। घटना को राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वहीं भाकपा (माले) ने इसे स्वच्छता अभियान के नाम पर हत्या करार दिया है।