फिल्म 'आजाद हिन्द फौज' के तीन जांबाज अफसरों के खिलाफ अंग्रेजों द्वारा लगाए देशद्रोह के मुकदमे के आसपास घूमती हुई देशद्रोह और देशभक्ति को बहुत सरल शब्दों में परिभाषित करती है।
निर्देशक तिग्मांशु धुलिया देशभक्ति में रंगी हुई राग देश लेकर हाजिर हुए हैं। विषय तो देशभक्ति है लेकिन उस दौर की जब उस पर राजनीति नहीं होती थी। फिल्म की कहानी 1945 की है।
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने आज महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की।