देश की जनता से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर महीने होने वाले रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से ऑल इंडिया रेडियो पिछले दो सालों में मालामाल हो गया है। उसने इस प्रोग्राम से करीब 10 करोड़ रुपये कमाए हैं ।
केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगाए गए एक दिन के बैन के आदेश को स्थगित कर दिया है। इससे पहले सोमवार को चैनल ने केंद्र सरकार के इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर चुनौती दी थी जिसपर सुनवाई के लिए अदालत ने मंगलवार का दिन तय किया था।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आज कहा कि लोकतंत्र पर भारी हमला हुआ है और देश तानाशाही की ओर जा रहा है।
हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर केंद्र द्वारा एक दिन का प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच आज वाकयुद्ध तेज हो गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यह देश की सुरक्षा के हित में है जबकि विपक्ष का कहना है कि यह कार्रवाई दूसरे आपातकाल की ओर ले जाएगी।
लोक प्रसारक प्रसार भारती कल आकाशवाणी की बलूची सेवा के लिए वेबसाइट और मोबाइल ऐप की शुरूआत करेगी जिसके माध्यम से दुनियाभर में इस भाषा को बोलने वालों तक पहुंच बनाई जा सकेगी।
पाकिस्तान में मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ने पूर्व क्रिकेटर और राजनेता इमरान खान की तीसरी शादी के संबंध में गलत खबरों को प्रसारित करने के लिए 13 टीवी चैनलों पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है।
बिंदास टीवी चैनल पर शुरू हुए नए धारावाहिक कर्मभूमि में पूरा जोर युवाओं पर है। 14 अगस्त से हर रविवार रात 10.30 बजे शुरू हुआ यह नया कार्यक्रम युवाओं पर केंद्रित होगा। इसमें सामाजिक जिम्मेदारी की सोच पर आधारित एक नए प्रकार का कार्यक्रम है।
विपक्षी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार को इस बात पर अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो संबोधन मन की बात में जम्मू-कश्मीर के हालात का जिक्र तक नहीं किया। उमर ने ट्वीटर पर लिखा, काश प्रधानमंत्री को मेरे राज्य के लिए आश्वस्त करने वाले गिने-चुने शब्द ही मिल जाते। राज्य में अब तक लगभग 50 लोगों की मौत हो गई है जबकि अनगिनत घायल हैं।
माओवादी प्रभावित जिले में ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी) ने तय किया है कि वॉल्व वाली पुरानी तकनीक को बदल कर उच्च क्षमता वाले नए ट्रांसमीटर लगाए जाएं ताकि सरकार अपने मन की बात के साथ लोगों की आवाज जन की बात भी सुन सके। छत्तीसगढ़ में रेडियो स्टेशन का न सिर्फ कलेवर बदल जाएगा बल्कि इसके कार्यक्रम और स्वरूप भी बदला जाएगा। अच्छे ट्रांसमीटरों के अभाव में लगभग बेकार पड़े रेडियो स्टेशनों पर सरकार 32 करोड़ रुपये निवेश कर छह नए आकाशवाणी के स्टेशन बनाएगी।