संयोग देखिए जिस दिन संजय दत्त भूमि से अपनी नई फिल्मी पारी शुरू कर रहे हैं, उसी दिन जस्टिस कोडे भी पहली बार फिल्मी पर्दे पर नजर आएंगे। जस्टिस कोडे वही हैं जिन्होंने असल जिंदगी में संजय दत्त को सजा सुनाई थी। जस्टिस पीडी कोडे आने वाली फिल्म जेडी में जज की भूमिका निभा रहे हैं।
शिकागो का 1893 में हुआ यह कार्यक्रम सिर्फ एक धर्म-संसद नहीं था। दरअसल कोलम्बस द्वारा अमेरिका की खोज के 400 साल पूरे होने का जश्न था। महज धार्मिक विद्वानों का सम्मलेन न होकर यह एक प्रकार से ज्ञान-विज्ञान का कुम्भ था।
ऐसे दौर में जब रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा चल रहा है, स्वामी विवेकानंद इजरायल के शरणार्थियों की बात करते हैं। वैचारिक असहमतियों को सहन न कर पाने के इस दौर में उनकी बात याद करने लायक है, जब उन्होंने कहा था कि सांप्रदायिकताएं, कट्टरताएं और इसकी भयानक वंशज हठधर्मिता लंबे समय से पृथ्वी को अपने शिकंजों में जकड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पिछले 17 वर्षों से ओडिशा की राजनीति की धुरी बने हुए हैं। वे राज्य विधानसभा के चार चुनाव लगातार जीत चुके हैं। विकास के विभिन्न मानकों पर राज्य ने उनकी अगुआई में काफी तेज छलांग भरी है।
रूप सिंह के खेल से प्रभावित हिटलर ने जर्मनी के म्यूनिख शहर में एक सड़क का नाम रूप सिंह मार्ग रखने की घोषणा की। लंदन में 2012 में हुए ओलंपिक में भी रूप के नाम पर एक मेट्रो स्टोशन का नाम रखा गया।
खबरों की दुनिया के लोग फिल्मी दुनिया में छा गए हैं। ऐसे ही लोगों में एक और नाम है, शैलेंद्र पांडेय का। शैलेंद्र एक नामी अखबार में फोटो-संपादक के रूप में काम कर चुके हैं। अब वह लेखक-निर्माता-निर्देशक के रूप में नई पारी खेल रहे हैं। इस पारी का आगाज 22 सितंबर से हो रहा है, फिल्म का नाम है, जेडी।