प्रवासी भारतीय साहित्य : बदलता परिदृश्य प्रवासी भारतीय साहित्यकारों को सबसे पहली आपत्ति ‘प्रवासी’ शब्द से ही रही है।वे अपने आप को,... JAN 10 , 2023
उर्दू शायर जोश मलीहाबादी का शानदार किस्सा भारत के विभाजन के बाद जब उर्दू के मशहूर शायर जोश मलीहाबादी पाकिस्तान पहुंचे तो शुरुआती दिनों में ही... JAN 02 , 2023
कवि मनोज भावुक को मिला कैलाश गौतम काव्यकुंभ लोकभाषा सम्मान-2022 साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था "कैलाश गौतम सृजन संस्थान" का राष्ट्रीय 'कैलाश गौतम काव्यकुंभ... DEC 30 , 2022
साहित्य अकादमी पुरस्कारों की हुई घोषणा, हिंदी भाषा के लिए बद्रीनारायण को मिला सम्मान साहित्य अकादमी ने वर्ष 2022 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार एवं अनुवाद पुरस्कार की घोषणा कर दी है।... DEC 24 , 2022
गांधीवादी घनश्याम शुक्ल जिन्होंने स्त्री शिक्षा के लिए भीख मांगने से भी परहेज नहीं किया जिनके किरदार से आती हो सदाक़त की महक उनकी तदरीस से पत्थर भी पिघल सकते हैं यह पंक्ति किसी अज्ञात की... DEC 22 , 2022
महायुग: एक नये युग की शुरुआत ‘32000 साल पहले’ महायुग उपन्यास त्रयी-1. नाम से ही विदित है कि यह कथा अति प्राचीन युग से सम्बंधित है। यह... DEC 12 , 2022
प्रथम दृष्टि: टू-मिनट साहित्य! दो वर्ष पहले जब कादंबिनी और नंदन का प्रकाशन बंद हुआ तो सोशल मीडिया पर आंसुओं का सैलाब थमने का नाम नहीं... DEC 01 , 2022
राही मासूम रजा : हिन्दुस्तानी मुसलमान जिन्होंने महाभारत को भारत के हर घर तक पहुंचाया लेखक राही मासूम रजा का जन्म 1 सितंबर सन 1927 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में हुआ था। उनके पिता मशहूर... DEC 01 , 2022
मैनेजर पांडेय: स्वतंत्रता और सामाजिकता पर जोर देने वाला आलोचक हिंदी भाषा और साहित्य के विद्वान प्रोफेसर मैनेजर पांडेय (1941-2022) का रविवार को दिल्ली स्थित आवास पर देहांत... NOV 09 , 2022
पुस्तक समीक्षा - सुखी घर सोसाइटी : त्रासद कहानियों में रचा-बसा उपन्यास ‘सुखी घर सोसाइटी’ विनोद दास का इसी वर्ष (2022) प्रकाशित उपन्यास है। विनोद दास की पहचान कवि, समीक्षक और... NOV 04 , 2022