भारत की आजादी का विभाजन त्रासदी का महाकाव्य है। इस पर अनगिनत फिल्में बनाई जा सकती हैं। इस फिल्म के इतने आयाम हैं कि विश्व का हर फिल्मकार भी उस त्रासदी पर फिल्म बनाए तो भी कहानी पूरी न हो।
दक्षिणी चीन सागर को विवादित क्षेत्र मानते हुए चीन ने वहां भारत के तेल उत्खनन का विरोध किया है लेकिन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के ऐतिहासिक विवाद की अनदेखी करते हुए वहां अपनी 46 अरब डॉलर की महत्वाकांक्षी आर्थिक परियोजना काे जायज ठहराया है। इसके पीछे उसका तर्क है कि यह ‘आजीविका परियोजना’ है जिसमें इतिहास से जुड़े मसलों को नहीं देखा जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन के मशहूर मृद् योद्धा यानी टेराकोटा वॉरियर्स म्यूजियम निरीक्षण को लेकर ज्यादातर लोगों ने चुहलबाजी की। न के बराबर ही दिखा कि किसी ने इस संग्रहालय को लेकर संजीदा टिप्पणी की हो या संग्रहालय की खासियत बताई हो। शाम तक तो टि्वटर पर हैशटैग #ModiInChina टॉप ट्रेंड कर रहा था। इस तहत जिन्होंने भी मोदी के संग्राहलय निरीक्षण से जुड़े कमेंट किए उनमें कटाक्ष ही था। निरीक्षण की उक्त तस्वीर सोशल मीडिया पर दिनभर वायरल रही।