ऐसे दौर में जब रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा चल रहा है, स्वामी विवेकानंद इजरायल के शरणार्थियों की बात करते हैं। वैचारिक असहमतियों को सहन न कर पाने के इस दौर में उनकी बात याद करने लायक है, जब उन्होंने कहा था कि सांप्रदायिकताएं, कट्टरताएं और इसकी भयानक वंशज हठधर्मिता लंबे समय से पृथ्वी को अपने शिकंजों में जकड़े हुए हैं।
भारत के कट्टर हिंदू सांसदों को इससे सीख लेनी चाहिए। अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू सांसद तुल्सी गेबार्ड लोगों का सम्मान करने वाले बहुलवादी समाज की पैरोकार हैं। उनके अनुसार कट्टरता हिंदुओं के हित में नहीं है। उनके अनुसार कट्टरता से उपजे घृणा अपराधों की वजह से ही अमेरिका में भारतीय मूल के लोग खतरे में हैं।