Advertisement

Search Result : "कूटनीतिक"

भारत-चीन के बीच 29वें दौर की कूटनीतिक वार्ता, सीमावर्ती क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने पर चर्चा

भारत-चीन के बीच 29वें दौर की कूटनीतिक वार्ता, सीमावर्ती क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने पर चर्चा

भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 29वीं बैठक आयोजित की गई है और दोनों...
भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, कतर की कोर्ट ने जासूसी मामले में 8 भारतीय नौसेना के दिग्गजों की मौत की सजा को बदला; अब नहीं मिलेगी फांसी

भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, कतर की कोर्ट ने जासूसी मामले में 8 भारतीय नौसेना के दिग्गजों की मौत की सजा को बदला; अब नहीं मिलेगी फांसी

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को कहा कि कतर की एक अदालत ने कथित जासूसी मामले में शामिल आठ पूर्व...
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की का नाम ‘वैश्विक आतंकवादी’ की सूची में डाला, कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की बड़ी जीत

संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की का नाम ‘वैश्विक आतंकवादी’ की सूची में डाला, कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की बड़ी जीत

पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के मोर्चे पर भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने...
यूक्रेन संकट: अमेरिका ने पुतिन पर लगाए कई प्रतिबंध, कहा- हम चाहते है रूस गंभीर आर्थिक और कूटनीतिक कीमत चुकाए

यूक्रेन संकट: अमेरिका ने पुतिन पर लगाए कई प्रतिबंध, कहा- हम चाहते है रूस गंभीर आर्थिक और कूटनीतिक कीमत चुकाए

अमेरिकी विदेश विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने एक रेयर कदम उठाते हुए रूसी राष्ट्रपति...
भारत की कूटनीतिक जीत

भारत की कूटनीतिक जीत

जब तक यह लेख पाठकों तक पहुंचेगा उम्मीद है विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान अपने घर वापस आ गए होंगे, उनकी...
प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों पर अनुभव के धनी हैं गोपाल कृष्ण गांधी

प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों पर अनुभव के धनी हैं गोपाल कृष्ण गांधी

उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार 71 वर्षीय गोपाल कृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं तथा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के साथ बंगाल के पूर्व गवर्नर भी रह चुके हैं। प्रशासनिक व कूटनीतिक पदों पर लंबे अनुभव के धनी होने के साथ लेखन और बौद्धिक जगत में अपनी खास पहचान रखते हैं। समझा जाता है कि पारिवारिक जड़ें गुजरात की होने के कारण विपक्ष ने उन्हें चुना है ताकि पीएम मोदी भी आसानी से उनका विरोध न कर पाएं।
जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?
Advertisement
Advertisement
Advertisement