Advertisement

Search Result : "तस्लीमा नसरीन"

नमाज मस्जिद या ईदगाह में अदा हो, लेकिन बाकी धर्मावलंबियों पर भी यह लागू हो: तस्लीमा नसरीन

नमाज मस्जिद या ईदगाह में अदा हो, लेकिन बाकी धर्मावलंबियों पर भी यह लागू हो: तस्लीमा नसरीन

भारत में रह रहीं बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने मस्जिद या ईदगाह से बाहर नमाज पढ़ने...
सेंसरशिप का सबसे बुरा रूप स्व सेंसरशिप : तसलीमा नसरीन

सेंसरशिप का सबसे बुरा रूप स्व सेंसरशिप : तसलीमा नसरीन

कई मौकों पर कट्टपंथियों के गुस्से का सामना कर चुकीं जानी मानी बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन का मानना है कि सेंसरशिप का सबसे बुरा रूप स्व सेंसरशिप है। बांग्लादेश में लेखकों, अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और नास्तिक ब्लाॅगरों के खिलाफ बढ़ते हमलों पर तसलीमा ने कहा कि घातक परिणामों से बचने के लिए अब कई लेखक स्व सेंसरशिप अपनाने को मजबूर हो गए हैं।
सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत : तस्लीमा

सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत : तस्लीमा

मशहूर बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने साफ कहा है कि भारत उनका घर है और उनके पास अपना शेष जीवन निर्वासन में बिताने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत: तस्लीमा नसरीन

सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत: तस्लीमा नसरीन

निर्वासन के तहत भारत में रह रहीं मशहूर बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कहा है कि भारत सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष मुल्क है।
मुस्लिम अभिभावक अपने बच्‍चों के मानसिक विकास पर दें ध्‍यान

मुस्लिम अभिभावक अपने बच्‍चों के मानसिक विकास पर दें ध्‍यान

अब समय आ गया है कि इस्‍लाम के ऐसे विचार और उनके अनुसरण को रोका जाए, जो धर्म के नाम पर हिंसा और मारकाट को बढ़ावा दे रहे हैं। कटटरपंथी बनने की बजाए मुस्लिम युवाओं को ऐसी शिक्षा दी जाए ताकि उनके मन में एक अच्‍छे और उदार मुस्लिम बनने की भावना पैदा हो। यह काम अभिभावक, शिक्षक और मुस्लिम विद़वान मिल-जुलकर कर सकते हैं। मुस्लिम अभिभावक अपने बच्‍चों के मानसिक विकास पर ध्‍यान दें।
'सिर्फ हिंदू कट्टरपंथियों पर सवाल क्‍यों उठाते हैं सेक्‍युलर'

'सिर्फ हिंदू कट्टरपंथियों पर सवाल क्‍यों उठाते हैं सेक्‍युलर'

देश में असहिष्‍णुता पर छिड़ी बहस के बीच बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा है कि उनके विचार में भारत एक असहिष्णु देश नही है। लेकिन उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि देश में धर्मनिरपेक्ष लोग केवल हिंदू कट्टरपंथियों पर ही सवाल क्यों उठाते हैं, मुस्लिम कट्टरपंथियों को क्‍यों छोड़ देते हैं। तसलीमा ने कहा कि छद्म-धर्मनिरपेक्षता पर आधारित लोकतंत्र कभी सच्चा लोकतंत्र नहीं है।
तसलीमा की ममता बनर्जी को सलाह, चिदंबरम से लें सीख

तसलीमा की ममता बनर्जी को सलाह, चिदंबरम से लें सीख

बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सलाह दी कि वह कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से सीखें और इस बात को कबूल करें कि उनके द्वारा लिखे गए टेलीविजन धारावाहिक के प्रसारण पर रोक लगाना गलत था। मुस्लिम कट्टरपंथियों की आपत्ति के बाद इस टेलीविजन धारावाहिक के प्रसारण पर रोक लगा दी गई थी।
क्‍या गोमाता भी हमें गोभक्‍तों से बचा पाएंगी | नीलाभ मिश्र

क्‍या गोमाता भी हमें गोभक्‍तों से बचा पाएंगी | नीलाभ मिश्र

धर्म या संप्रदाय की स्वनिर्मित अवधारणाओं के आधार पर अस्मिता या राष्ट्रीयता को परिभाषित करने वाली विचारधारात्मक सनक के हाथों भिन्न विचारों और आस्था वाले लोगों के साथ हिंसा और प्रताड़ना के आजादी के बाद से चले आ रहे सिलसिले को देखता हूं तो सोचता हूं, इस देश में कौन सुरक्षित है?
Advertisement
Advertisement
Advertisement