दुनिया के सबसे ताकतवर रेडियो दूरदर्शी का इस्तेमाल करते हुए खगोलविदों ने करीब 208 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित एक पुराने और खत्म हो रहे तारे का अवलोकन किया, जिससे इस बात को समझने में मदद मिल सकती है कि कुछ अरब वर्षों बाद पृथ्वी कैसे खत्म होगी।
वैज्ञानिकों ने पहली बार ऐसा तरीका इजाद किया है जिसमें मेडिकल अल्ट्रासाउंड जैसी एक तकनीक का इस्तेमाल कर कंपायमान विशालकाय तारों के भीतर चुंबकीय क्षेत्र की मौजूदगी का पता लगाया जा सकता है।