मनोनीत सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या से जुड़ा मुद्दा उठाना चाहा जिस पर उनके और कांग्रेस सदस्यों के बीच विवाद हो गया। शून्यकाल में स्वामी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बापू की हत्या से संबंधित ज्यादातर फाइलें राष्ट्रीय अभिलेखागार में रखवाई हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही एक पुस्तक में शहीद ए आजम भगत सिंह को क्रांतिकारी-आतंकवादी बताए जाने पर आहत उनके परिजनों ने आपत्ति जताते हुए इस मुद्दे को डीयू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के समक्ष उठाया है। लोकसभा में भी इस मुद्दे को उठाया गया जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
बजट सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। विपक्ष ने जहां शैक्षणिक संस्थाओं को बर्बाद करने और दलितों के वाजिब हक मारने का आरोप लगाया वहीं सत्ता पक्ष में जेएनयू मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। इस बीच बसपा प्रमुख मायावती और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के बीच तीखी बहस भी हुई।