अमेरिका का आम चुनाव इस बार भारतीयों के लिए कुछ खास रहा क्योंकि अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित होने के लिए भारतीय मूल के पांच अमेरिकी तैयार हैं। भारतीय मूल की अमेरिकी महिलाओं ने 2016 के अमेरिकी चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। कैलिफोर्निया से दो बार अटॉर्नी जनरल रह चुकीं 51 वर्षीय कमला हैरिस ने राज्य से अमेरिकी सीनेट की सीट जीतकर इतिहास रच दिया है। 51 वर्षीय प्रमिला जयपाल ने प्रतिनिधि सभा में प्रवेश के लिए सिएटल से कांग्रेस की सीट जीती है। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला हैं।
अमेरिका के आम चुनाव में भारतीय मूल के चार अमेरिकी उम्मीदवार आज कांग्रेस के लिए निर्वाचित हो गए जबकि पांचवें उम्मीदवार के मामले में मतों की पुनर्गणना कराई जा रही है।
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी इतिहास बनाते दिख रहे हैं क्योंकि इस समुदाय से रिकॉर्ड संख्या में लोगों के इस बार के आम चुनाव में निर्वाचित होने की पूरी संभावना है। देश की आबादी में करीब एक प्रतिशत इस समुदाय के लोग हैं।
नेहरू-गांधी परिवार के शासनकाल के दौरान मौलाना आजाद को भारत रत्न नहीं दिए जाने पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि प्रथम प्रधानमंत्री की जिन नेताओं ने आलोचना की उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया गया।
भारतीय मूल के अमेरिकी लोग देश की कांग्रेस में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस समुदाय से महिलाओं सहित ज्यादा उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है।