वीनस ने अपने करियर में दो बार अमेरिका ओपन का खिताब जीता है। साल 2000 और 2001 में उन्होंने यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया था।
साल 2008 में उन्होंने विम्बलडन में आखिरी ग्रैंड स्लैम जीता था।
अगर एक रूसी हैकिंग समूह पर भरोसा करें तो विश्व की एंटी डोपिंग रोधी एजेंसी वाडा ने दुनिया के चोटी के खिलाड़ियों को प्रतिबंधित दवाएं लेने की इजाजत दे रखी है जिसके कारण ऐसी दवाएं नहीं लेने वाले ईमानदार खिलाड़ियों को हार का सामना करना पड़ता है। अभी खत्म हुए रियो ओलंपिक खेलों में भारत को भी ऐसे दो खिलाड़ियों के कारण कम से कम दो मेडल गंवाने पड़े हैं। इनमें ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाली जिम्नास्ट दीपा कर्ममार भी शामिल हैं जो चौथे स्थान पर रही थीं।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना जुआन मार्टिन डेल पोत्रो ने पहले दौर में ही तोड़ दिया जबकि वीनस विलियम्स को भी पहली बार खाली हाथ स्वदेश लौटना पड़ेगा।