Advertisement

Search Result : "सद्भावना"

'भारत अब केवल सद्भावना के आधार पर काम नहीं कर सकता': सिंधु जल संधि निलंबन पर शशि थरूर

'भारत अब केवल सद्भावना के आधार पर काम नहीं कर सकता': सिंधु जल संधि निलंबन पर शशि थरूर

ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद पर भारत के रुख को जाहिर करने कोलंबिया पहुंचे कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर...
यूसीसी का उद्देश्य सद्भावना, धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना है: इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश

यूसीसी का उद्देश्य सद्भावना, धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना है: इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश

इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश डॉ. शेखर यादव ने कहा है कि समान नागरिक संहिता का मुख्य उद्देश्य...
जो उदार है, सद्भावना दिखाता है, वह हिंदू है, चाहे उसकी धार्मिक मान्यताएं, जाति कुछ भी हों: आरएसएस प्रमुख

जो उदार है, सद्भावना दिखाता है, वह हिंदू है, चाहे उसकी धार्मिक मान्यताएं, जाति कुछ भी हों: आरएसएस प्रमुख

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि हिंदू होने का मतलब है उदार होना और सभी के प्रति सद्भावना...
प्रदर्शनकारी किसानों का ऐलान- आज सद्भावना दिवस मनाएंगे, करेंगे भूख हड़ताल, बीजेपी पर लगाया ये आरोप

प्रदर्शनकारी किसानों का ऐलान- आज सद्भावना दिवस मनाएंगे, करेंगे भूख हड़ताल, बीजेपी पर लगाया ये आरोप

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 30 जनवरी...
गुजरात में यूपी, बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा जारी, 342 गिरफ्तार, अल्पेश रखेंगे सद्भावना उपवास

गुजरात में यूपी, बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा जारी, 342 गिरफ्तार, अल्पेश रखेंगे सद्भावना उपवास

गुजरात में यूपी, बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल गुजरात के साबरकांठा...
यूनिसेफ की वैश्विक सद्भावना दूत बनीं प्रियंका चोपड़ा

यूनिसेफ की वैश्विक सद्भावना दूत बनीं प्रियंका चोपड़ा

अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को यूनिसेफ के नए वैश्विक सद्भावना दूत के रूप में नियुक्त किया गया है। अभिनेत्री ने दुनिया विश्व से उत्पीड़ित बच्चों की सामूहिक आवाज बनने और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।
‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘धर्म न केवल मनुष्य बल्कि प्राणिमात्र की एकता और सौहार्द्र की सीख देते हैं। अहिंसा और प्रेम हर धर्म के मूल में हैं। समाज का कोई भी धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वी‌कृ‌ति नहीं देता।’ सद्भावना सेवा संस्‍थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के तत्वावधान में हुए “सामाजिक, धार्मिक परिदृश्यः परिवर्तन और जिम्मेदारियां” विषयक सेमिनार में आए विचारों का लब्बोलुआब करीब-करीब यही था।
सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
Advertisement
Advertisement
Advertisement