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जयंती विशेष: मोहम्मद रफ़ी- ‘शहंशाह-ए-तरन्नुम’, मंत्रमुग्ध करने वाली रूहानी आवाज़ वाले पार्श्वगायक

जयंती विशेष: मोहम्मद रफ़ी- ‘शहंशाह-ए-तरन्नुम’, मंत्रमुग्ध करने वाली रूहानी आवाज़ वाले पार्श्वगायक

‘किसी को भी उसके कद का गुमां ना था, वो आसमाँ था, मगर सर झुकाए खड़ा रहा’...  ‘सौ बार जनम लेने’ की बजाए...
आलोचनाओं के बीच हसन रूहानी का नया कार्यकाल शुरू

आलोचनाओं के बीच हसन रूहानी का नया कार्यकाल शुरू

ईरानी में राष्ट्रपति हसन रूहानी के नये कार्यकाल के शुरू होते ही उनकी आलोचनाओं का दौर भी शुरू हो गया है। उनके ऊपर रूढ़िवादियों को परेशान करने के आरोप लग रहे हैं। 68 वर्षीय धार्मिक नेता रूहानी को उदारवादी माना जाता है।
ईरानः हसन रूहानी की जीत, दोबारा राष्ट्रपति बनेंगे

ईरानः हसन रूहानी की जीत, दोबारा राष्ट्रपति बनेंगे

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने फिर से राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। ईरान के सरकारी टीवी के मुताबिक रुहानी को चार साल के लिए राष्ट्रपति चुना गया है। उन्होंने इब्राहिम रईसी को चुनाव में करारी मात दी है।
आईएस जाल :केरल के मुस्लिम युवक बोले, यहां बहुुत रूहानी माहौल है, नहींं लौटेंगेे

आईएस जाल :केरल के मुस्लिम युवक बोले, यहां बहुुत रूहानी माहौल है, नहींं लौटेंगेे

पश्चिम एशिया गए केरल के कासरगोड़ और पलक्कड़ जिले के कम से कम 15 युवक पिछले एक माह से लापता हैं। परिवार वालों को संदेह है कि ये लोग शायद आईएस में शामिल हो गए हैं। कासरगोड़ के सांसद पी करूणाकरण ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पुलिस को मामले की जल्द से जल्द जांच करने का आदेश दिया है।
भारत, ईरान के बीच चाबहार पोर्ट समेत कई समझौतों पर दस्तखत

भारत, ईरान के बीच चाबहार पोर्ट समेत कई समझौतों पर दस्तखत

पीएम नरेंद्र मोदी की ईरान यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर दस्तखत हुए। इनमें रणनीतिक तौर पर बेहद अहम चाबहार बंदरगाह को लेकर हुआ समझौता भी शामिल है। दोनों देश कट्टरपंथ और आतंकवाद से लड़ने में सहयोग पर भी सहमत हुए।
ईरान पहुंचे मोदी: चाबहार बंदरगाह, उर्जा करार यात्रा का मुख्य एजेंडा

ईरान पहुंचे मोदी: चाबहार बंदरगाह, उर्जा करार यात्रा का मुख्य एजेंडा

ईरान के साथ व्यापार, निवेश व उर्जा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर रविवार को तेहरान पहुंचे। इस यात्रा के दौरान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ईरान के चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
चर्चाः लिबास नहीं काम देखो | आलोक मेहता

चर्चाः लिबास नहीं काम देखो | आलोक मेहता

सोशल मीडिया से जागरुकता बढ़नी चाहिए अथवा संकीर्ण विचारों को फैलाया जाए? यह सवाल विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज की ईरान यात्रा के दौरान राष्‍ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात के दौरान पहनी लिबास पर सोशल मीडिया में चली निरर्थक बहस से उठता है।
ईरान पर भारत को दिखलानी थी फुर्ती

ईरान पर भारत को दिखलानी थी फुर्ती

अमेरिका और उसके मित्र पश्चिमी देशों तथा ईरान के बीच परमाणु फ्रेमवर्क करार के रूप में संबंधों की बर्फ पिघलने का फायदा उठाने के लिए पाकिस्तान ने भारत के मुकाबले ज्यादा फुर्तीला कूटनीतिक फुटवर्क दिखाया है।
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