चटगांव के जोहुर अहमद चौधरी स्टेडियम में मेजबान बांग्लादेश को हराते हुए अफगानिस्तान ने इतिहास रच दिया है। इस एकमात्र टेस्ट मैच में 224 रन से जीत दर्ज करते हुए अफगानिस्तान अपने शुरुआती तीन टेस्ट में से दो मुकाबले जीतने वाली दूसरी टीम बन गई है। 140 साल पहले ऑस्ट्रेलिया ने यह कारनामा किया था। बता दें यह अफगानिस्तान की दूसरी टेस्ट जीत है, इससे पहले उसने आयरलैंड को हराया था। इंग्लैंड को दो टेस्ट जीतने में चार मैच लगे थे, वहीं भारत को दो टेस्ट जीतने में 30 टेस्ट मैच लगे थे।
राशिद रहे मैच के हीरो
चटगांव टेस्ट में अफगानिस्तान ने अपनी पहली पारी में 342 रन बनाए थे और कप्तान राशिद खान के पांच विकेट के दम पर बांग्लादेश को मैच के तीसरे दिन ही उसकी पहली पारी में 205 रनों पर ढेर कर 137 रनों की बढ़त हासिल की ली थी। मेहमान टीम ने इस तरह मेजबान बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 398 रनों का लक्ष्य रखा, लेकिन बांग्लादेश की टीम इस लक्ष्य के सामने 61.4 ओवर में 173 रन पर ढेर हो गई और उसे 224 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। राशिद ने दूसरी पारी में छह विकेट लिए।
मोहम्मद नबी का था आखिरी मैच
इस जीत के साथ ही अफगानिस्तान अपने बल्लेबाज मोहम्मद नबी को विजयी विदाई दी। नबी ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि वह इस मैच के बाद टेस्ट से संन्यास ले लेंगे। मैच जीतने के बाद अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने नबी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया।
बांग्लादेश महज 173 रन पर ऑलआउट हुई
बांग्लादेश ने अपने कल के स्कोर दूसरी पारी में छह विकेट पर 136 रन से आगे खेलना शुरू किया और मैच के आखिरी दिन वह 37 रन और जोड़कर 173 रन पर ऑलआउट हो गई। मेजबान टीम के लिए कप्तान शाकिब ने 44, शदमान इस्लाम ने 41, मुश्फिकुर रहीम ने 23, सौम्य सरकार ने 15, मोसादिक हुसैन ने 12 और मेहदी हसन ने 12 रनों का योगदान दिया। बाकी बल्लेबाज दोहरे अंकों में भी नहीं पहुंच पाए।
मैन ऑफ द मैच रहे कप्तान राशिद खान
अफगानिस्तान की ओर से कप्तान राशिद ने दूसरी पारी में 49 रन देकर छह विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में भी पांच विकेट चटकाए थे। राशिद के तीन टेस्ट मैचों में अब 20 विकेट हो गए हैं। उनके अलावा जाहिर खान ने तीन और अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने वाले मोहम्मद नबी ने एक विकेट लिया। राशिद ने मैच में कुल 11 विकेट लिए और इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। कप्तान राशिद टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में मैच जीतने वाले सबसे युवा कप्तान बन गए हैं। इसके अलावा वह टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली कप्तानी में अर्धशतक और 10 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।