तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड (5/30) की शानदार गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड की टीम एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी में महज 27.5 ओवरों में 67 रन पर ही ढेर हो गई। पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम भी 179 पर सिमट गई थी। जोफरा आर्चर ने 45 रन देकर छह विकेट लिए थे। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 112 रन की बढ़त मिली। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में छह विकेट के नुकसान पर 171 रन बना लिए हैं। मार्नस लाबुछाने (53) और पैंटिंसन 2 रन बनाकर खेल रहे हैं। इसके साथ ही और उसकी कुल बढ़त 283 रन की हो गई है।
रूट लगातार दूसरी बार शून्य पर हुए आउट
दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का ऐसा कहर देखने को मिला जिसमें इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की करह बिखर गई। हेजलवुड के अलावा पैट कमिंस ने तीन और जेम्स पैटिनसन ने दो विकेट लिए। लंच से पहले ही मेजबान टीम 45 रन पर छह विकेट गंवा चुकी थी। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने लगातार दूसरी बार शून्य पर आउट हो गए। लॉर्ड्स में हुए दूसरे टेस्ट में उन्होंने गोल्डन डक बनाया था।
एक ही बल्लेबाज छू सका दहाई का आंकड़ा
दूसरे दिन इंग्लैंड को पहला झटका जेसन रॉय (9) के रूप में लगा। उन्हें पैट कमिंस ने कप्तान टिम पेन के हाथों लपकवाया। उस वक्त टीम स्कोर 10 रन था। रूट दो ही गेंद खेल सके। रोरी बर्न्स (9) को हेजलवुड ने आउट किया तो बेन स्टोक्स (8) जेम्स पैटिंसन का शिकार बन गए। जो डेनसी 49 गेंदों में 12 रन बनाकर आउट हुए, जो टीम की ओर से सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा।
71 साल के इतिहास में इंग्लैंड का सबसे कम स्कोर
यह एशेज के पिछले 71 साल के इतिहास में इंग्लैंड का सबसे कम स्कोर है। 1948 में उसने ओवल में 52 रन बनाए थे।इंग्लैंड की टीम इससे पहले 1948 में वह 42.1 ओवर में 52 रन पर ढेर हो गई थी। इंग्लैंड का यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8वां सबसे कम स्कोर है। उसका सबसे खराब प्रदर्शन 1987 में आया था, जब पूरी टीम 45 रन पर पवेलियन लौट गई थी। यह टेस्ट में इंग्लैंड का कुल 11वां सबसे कम स्कोर है। इंग्लिश टीम पिछले महीने आयरलैंड के खिलाफ भी महज 85 रन पर ऑलआउट हो गई थी। हालांकि, उसने वह टेस्ट जीत लिया था।