बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने सोमवार को हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया। बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाली समिति के सदस्यों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और निरंजन शाह शामिल हैं। समिति ने चंदीला के साथी आरोपी पाकिस्तानी अंपायर असद रउफ पर फैसला 12 फरवरी तक टाल दिया है। उन्हें जवाब देने के लिए नौ फरवरी तक की मोहलत दी गई है।
हरियाणा के ऑफ स्पिनर अजित चंदीला 2013 में राजस्थान रायल्स के लिए खेलने के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए। उन पर रिश्वत लेने, फिक्सिंग, जान बूझकर खराब खेलने और साथी खिलाड़ी से सट्टेबाजी के लिए संपर्क करने का आरोप है। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने एक बयान में कहा, उसे बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक आचार संहिता की विभ्न्न धाराओं के उल्लंघन का दोषी पाया गया। उन्होंने कहा कि चंदीला बोर्ड या इसकी सदस्य ईकाइयों द्वारा आयोजित किसी तरह की क्रिकेट गतिविधि में आजीवन हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की तीन सदस्यीय अनुशासन समिति ने यह फैसला लिया है। समिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया और निरंजन शाह भी हैं। चंदीला और शाह समिति के सामने पिछले साल 24 दिसंबर को पेश हुए थे। उन्हें उन पर लगाए गए आरोपों पर चार जनवरी तक लिखित जवाब देने को कहा गया था। इसके बाद समिति ने पाकिस्तानी अंपायर रउफ को भी नोटिस जारी करके आरोपों का जवाब देने को कहा था। समिति की पांच जनवरी को हुई बैठक में शाह ने लिखित जवाब दिया था। समिति ने रउफ को जवाब देने के लिए अभी और मोहलत दी है।