ब्रेथवेट ने डब्ल्यूआईसीबी वेबसाइट से कहा, उनकी बल्लेबाजी चाहे वह स्वदेश हो या विदेश, निस्संदेह विश्व में सबसे मजबूत बल्लेबाजी में से एक है। इसे हमारे लिये दुर्भाग्य कहो या सौभाग्य कैरेबियाई क्षेत्र में बहुत कुछ भारत जैसी परिस्थितियां हैं। उन्होंने कहा कि कैरेबियाई टीम ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी आखिरी टेस्ट श्रृंखला में थोड़ी सी प्रगति की है और अब उसे इस सीरीज में इसे थोड़ा और आगे बढ़ाने की जरूरत है। हालांकि उनका मानना है कि वेस्टइंडीज की पिचें थोड़ी धीमी हैं और उनमें अलग तरह के आक्रमण की जरूरत पड़ेगी। ब्रेथवेट ने कहा, भारत स्पिन के साथ आक्रमण करता है जबकि आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के साथ। हमें थोड़ा धैर्य बनाये रखने की जरूरत है। स्पिन पिछली दो सीरीज से हमारे लिये चुनौती रही है लेकिन मुझे लगता है कि हम इस विध में थोड़ा बेहतर होते जा रहे हैं। कोच फिल सिमन्स ने आफ सीजन में बहुत अच्छा काम किया तथा कुछ बल्लेबाजों को स्पिन खेलने में निपुण बनाने की कोशिश की। ब्रेथवेट का मानना है कि यह ध्यान में रखते हुए कि भारत की बल्लेबाजी मजबूत है आगामी सीरीज में संयम बनाये रखना महत्वपूर्ण होगा। वेस्टइंडीज ने पिछले 14 वर्षों से भारत के खिलाफ कोई टेस्ट नहीं जीता है और पिछले 15 मैचों में से आठ में उसे हार मिली है जबकि सात ड्रा रहे। उन्होंने कहा, यह सब टीम के तौर पर संयम रखने, गेंदबाजी इकाई के रूप में संयम रखने और एक खिलाड़ी के तौर पर निराश नहीं होने से जुड़ा है। हमारा सामना एक मजबूत बल्लेबाजी इकाई से होगा और आपको वही करने की जरूरत है जो आप लंबे समय से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में करते रहे हो। ब्रेथवेट ने कहा, हमें थोड़ा संयम दिखाना होगा और इंतजार करना होगा। मेरा मानना है कि जो भी संयमित होकर खेलेगा श्रृंखला में उसका पलड़ा भारी रहेगा।
एजेंसी