धोनी ने कल तीसरे वनडे में 18 रन से हार के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, फार्म से ज्यादा उसे क्रीज पर खुद को समय देने की जरूरत है। वह आते ही बड़े शाट्स खेलने लगता है। उसे क्रीज पर कुछ देर जमना होगा। उन्होंने कहा, आते ही बड़े शाट्स खेलना आसान नहीं होता। मेरा निजी तौर पर मानना है कि वह क्रीज पर थोड़ा समय बितायेगा तो सब ठीक हो जायेगा।
रैना पिछले दो मैचों में खाता भी नहीं खोल सके जबकि पहले मैच में तीन रन पर आउट हो गए थे। टी20 श्रृंखला में भी वह कोई कमाल नहीं कर पाये थे। कल के मैच के बारे में धोनी ने कहा कि विकेट काफी धीमा था जिससे बल्लेबाजों को बहुत मुश्किलें आई। पहले हाफ में विकेट अलग था और बाद में इस पर खेलना कठिन होता गया। यदि विकेट नहीं बदला होता तो 270 का स्कोर हासिल किया जा सकता था।
धोनी ने कहा , हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। विकेट बल्लेबाजी के लिये अच्छा था और स्पिनरों ने मदद नहीं मिलने के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया। बाद में विकेट धीमा हो गया और रिवर्स स्विंग मिलने लगी। तेज गेंदबाजों ने अतिरिक्त फील्डर का बखूबी इस्तेमाल किया। यदि विकेट धीमा नहीं होता तो 270 का स्कोर ज्यादा नहीं था।
बल्लेबाजी क्रम में उपर चौथे नंबर पर उतरने के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि वह जमे-जमाये बल्लेबाजी क्रम को बरकरार रखने में भरोसा नहीं करते बल्कि हालात के अनुरूप फैसले लेते हैं। उन्होंने कहा, मैं बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आना चाहता हूं लेकिन मैं यह भी चाहता हूं कि निचले क्रम में उपयोगी रन बन सके लिहाजा मुझे मिक्स एंड मैच करना पड़ता है। कोहली के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वह कभी खराब फार्म में नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि टीम को अभी भी सातवें नंबर पर एेसे बल्लेबाज की जरूरत है जो आकर बड़े शाट खेल सके।