क्रिकेट जगत में क्रिकेट की शीर्ष संस्था आईसीसी ने इन दिनों एक नई बहस को जन्म दिया है। आईसीसी का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में लोगों का रूझान बढ़ाने के मकसद से इसे पांच दिन की बजाए चार दिन का कर दिया जाना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का इंट्रेस्ट इसमें आ सके। लेकिन क्रिकेट जगत में आईसीसी के इस आइडिया को बकवास बताया जा रहा है और कई पूर्व दिग्गजों समेत वर्तमान दौर के बड़े-बड़े क्रिकेटर इस हास्यास्पद बता रहे हैं। इस कड़ी पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर भी शामिल हो गए हैं। शोएब ने भी इस आइडिया को बकवास करार देते हुए बीसीसीआई पर भरोसा जताया है कि वह टेस्ट क्रिकेट को मारने वाले इस फैसले पर अपनी मंजूरी नहीं देगा।
सचिन तेंडुलकर की बात का किया समर्थन
रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर आईसीसी के इस आइडिया की समीक्षा करते हुए इसे बकवास कदम बताया और साथ ही कहा कि यह कदम एशियाई देशों के खिलाफ एक साजिश है। उन्होंने सचिन तेंडुलकर की उस बात का समर्थन किया, जिसमें सचिन ने कहा था कि टेस्ट क्रिकेट से पांचवां दिन हटाना मतलब स्पिनर्स से उनका हक छीनना है।
सौरव गांगुली पर जताया भरोसा
शोएब ने कहा, हालांकि आईसीसी अपने इस आइडिया पर बीसीसीआई की मंजूरी के बिना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकती। अख्तर ने कहा कि बीसीसीआई के अध्यक्ष इन दिनों पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली हैं और वह टेस्ट क्रिकेट को बहुत प्यार करते हैं और वह टेस्ट क्रिकेट को मार देने वाले आईसीसी के इस फैसले को अपना समर्थन नहीं दे सकते।
गांगुली एक समझदार इंसान हैं
अपने यूट्यूब चैनल पर टेस्ट क्रिकेट पर बात करते हुए 44 वर्षीय पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, चार दिन टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला आइडिया बिल्कुल बकवास है और किसी को भी इसमें रुचि नहीं दिखानी चाहिए। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली एक समझदार इंसान हैं और वह ऐसा नहीं होने देंगे। वह टेस्ट क्रिकेट मरने नहीं देंगे। आईसीसी बीसीसीआई की मर्जी के बिना इस पारित नहीं कर सकती।
सभी से की यह अपील
अख्तर ने कहा, मैं चाहता हूं कि पाकिस्तान, श्रीलंका, भारत और बांग्लादेश के और भी खिलाड़ी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएं। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के और भी दिग्गज क्रिकेटर जैसे पीएम इमरान खान, जावेद मियांदाद, अब्दुल कादिर, सकलेन मुश्ताक आदि इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएं।
ये लोग कर चुके हैं विरोध
आईसीसी के चार दिन के टेस्ट वाले इस प्रस्ताव की आलोचना सचिन तेंडुलकर, गौतम गंभीर, ग्लेन मैकग्रा, रिकी पॉन्टिंग जैसे दिग्गज इस प्रस्ताव को खारिज कर चुके हैं। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन ने भी इसे बकवास करार दिया है।