हरारे। तीन मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारत ने जिम्बाब्वे को 62 रनों से हरा दिया है। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी भारत की टीम ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के 63 और मुरली विजय के 72 रनों की बदौलत जिम्बाब्वे को जीत के लिए 272 रनों का लक्ष्य दिया। इसके जवाब में जिम्बाब्वे की पूरी टीम 49 ओवर में 209 रन ही बना सकी। जिम्बाब्वे की ओर से चामू चिभाभा ने 100 गेंदों पर 72 रनों की शानदार पारी खेली। उनके अलावा जिम्बाब्वे का कोई बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा नहीं टिक पाया। भारत की ओऱ से भुवनेश्वर कुमार ने 33 रन देकर सर्वाधिक 4 विकेट लिए। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है।
भारत की पारी में रहाणे और मुरली विजय के अलावा अंबाती रायुडू ने 41 रन की बेहतरीन पारी खेली। जिम्बाब्वे की ओर से मडजीवा ने सर्वाधिक 4 विकेट झटके। उनके अलावा विटोरी, त्रिपानो, चिभाभा और सिकंदर रजा ने एक-एक विकेट चटकाए। भारत की शुरुआत काफी अच्छी रही। पहले विकेट के लिए रहाणे और मुरली के बीच112 रन की साझेदारी हुई। रहाणे 63 रन बनाकर चिबाबा की गेंद पर कैच आउट हुए। रहाणे ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 83 गेंदों में सात चौके लगाए। मुरली विजय 95 गेंदों पर 72 रन बनाकर माडजीवा की गेंद पर आउट हो गए। इस तरह उन्होंने अपने पदार्पण के पांच साल चार महीने के बाद पहला अर्द्धशत पूरा किया। उन्होंने चिभाभा और विटोरी के लगातार ओवरों में छक्के जड़कर अपना स्ट्राइक रेट सुधारा लेकिन मादजिवा की गेंद पर लंबा शॉट लगाना उन्हें महंगा पड़ा और सबस्ट्यिूट मैलकम वालेर ने सीमा रेखा पर उन्हें कैच कर दिया। मुरली और रायडू ने दूसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। अंबाति रायडू 41 रन बनाकर सिकंदक रजा की गेंद पर कैच आउट हुए। मनोज तिवारी (22) और रॉबिन उथप्पा (13) बल्लेबाजी के मौके को भुनाने में नाकाम रहे जबकि स्टुअर्ट बिन्नी के 16 के गेंदों में 25 रनों के बदौलत भारत का स्कोर किसी तरह 271 तक पहुंचा।
अनुभवी खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में भारत टीम ने पहले दोनों मैच जरूर जीते हैं लेकिन युवा जोश से भरपूर जिम्बाब्वे की टीम ने आसानी से हार नहीं मानी। पहला मुकाबला बेहद रोमांचक रहा जबकि दूसरे मैच में भी जिम्बाब्वे के गेदबाज भारतीय टीम को 271 रनों तक सीमित रखने में कामयाब रहे।