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मेघालय के निर्देश बैसोया ने महज 15 साल की उम्र में किया कुंबले जैसा कमाल, झटके 10 विकेट

देश में बेहद प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में 15 वर्षीय ऑफ-स्पिनर निर्देश बैसोया...
मेघालय के निर्देश बैसोया ने महज 15 साल की उम्र में किया कुंबले जैसा कमाल, झटके 10 विकेट

देश में बेहद प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में 15 वर्षीय ऑफ-स्पिनर निर्देश बैसोया भी सामने आए हैं। उन्होनें बुधवार को भारत के अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट विजय मर्चेट ट्रॉफी में एक पारी में पूरे 10 विकेट लेने का अनोखा रिकार्ड अपने नाम किया है। मेरठ से ताल्लुक रखने वाले निर्देश मेघालय के लिए एक गेस्ट बॉलर के रूप खेलते हैं। उन्होंने असम वैली स्कूल ग्राउंड में नागालैंड के खिलाफ खेले गए मैच में यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने 21 ओवर में 51 रन देकर सभी 10 विकेट लिए। इसमें उन्होंने 10 मेडन ओवर भी डाले। इसी के साथ उन्होनें दिग्गज स्पिनर रहे अनिल कुंबले के रिकॉर्ड की भी बराबरी की। बता दें कि कुंबले ने 1999 में दिल्ली टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ एक ही पारी में 10 विकेट हासिल कर इतिहास रचा था।

कुंबले से कम रन दिए

बुधवार को कोलकाता में खेले गए मुकाबले में मेघालय के निर्देश ने अपनी स्पिन गेंदबाजी के जाल में नागालैंड के खिलाड़ियों को ऐसे उलझाया कि नया रिकॉर्ड ही बना डाला। उनके इस शानदार प्रदर्शन से मेघालय ने नागालैंड को महज 113 रन पर समेट दिया। इसी के साथ इस युवा खिलाड़ी ने कुंबले के एक पारी में 10 विकेट लेने के कारनामे को पीछे छोड़ दिया। कुंबले ने 74 रन देकर 10 पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट किया था, वहीं निर्देश ने इसके लिए 51 रन दिए।

पहले भी रहा है बेहतरीन प्रदर्शन

गौरतलब है कि निर्देश का ये विजय मर्चेंट ट्रॉफी में दूसरा सत्र है और अभी तक केवल चार मैच खेले हैं। लेकिन इन चार मैचों में ही उन्होंने 27 विकेट लिए हैं। पिछले बार उन्होंने छह मैचों में 33 विकेट लिए थे।

जब यह रिकॉर्ड बना था तब मेरा जन्म भी नहीं हुआ था

अपने प्रदर्शन से संतुष्ट निर्देश ने कहा कि मुझे इस उपलब्धि की बहुत खुशी है और मैं अपने जज्बात बयां नहीं कर पा रहा हूं। जब अनिल कुंबले ने वो रिकॉर्ड बनाया था तब मेरा जन्म भी नहीं हुआ था। लेकिन मैंने उनके इस रिकॉर्ड के बारे में कई बार सुना था। मैं हमेशा से ही ऐसा ही कुछ करना चाहता था, लेकिन कभी सोचा नहीं था अपने जीवन में यह इतनी जल्दी करने में कामयाब हो जाऊंगा। मुझे आगे भी कड़ी मेहनत करते रहना होगा क्योंकि मुझे अभी लंबा सफर तय करना है। मैं सिर्फ 15 साल का हूं। 

मैं अपने परिवार को गौरवान्वित करना चाहता हूं

मैंने अपनी इस उपलब्धि के बारे में माता-पिता को बताया और वे इसके बारे में सुनकर बहुत भावुक हुए। आगे भी मैं अपने परिवार को गौरवान्वित करना चाहता हूं। मैंने सुबह के सत्र में जब छह विकेट लिए तभी मुझे अहसास हो गया था कि कि मैं सभी 10 विकेट हासिल कर सकता हूं। मेरे टीम के साथियों में मुझे बहुत उत्साहित किया। सुबह से ही पिच पर टर्न थी और बादल भी छाए हुए थे जिसका मुझे फायदा मिला। उनहोनें कहा कि मैं रविचंद्रन अश्विन और नाथन लियोन से सीखने की बहुत कोशिश करता हूं।

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