महिला टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 85 रन से हरा दिया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के इस मैच पर सभी की नजरें टिकी थी।
184 के लक्ष्य के मुकाबले भारत 99 रनों पर ढेर
मेलबर्न में खेले गए मैच में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 184 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम 19.1 ओवर में 99 रन पर ऑलआउट हो गई। मैच में टीम इंडिया के टॉप-5 बल्लेबाजों ने सिर्फ 19 रन बनाए। यही हार का मुख्य कारण रहा। शेफाली वर्मा 2, स्मृति मंधाना 11, तानिया भाटिया ने 2, जेमिमा रोड्रिग्ज ने शून्य और हरमनप्रीत कौर ने 4 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मेगन शूट ने सबसे ज्यादा 4 और जेस जोनासन ने 3 विकेट लिये। 75 रनों की पारी खेलने वाली एलिसा हीली प्लेयर ऑफ द मैच रहीं।
भारतीय टीम की कमजोर शुरुआत
भारतीय पारी की शुरुआत करने आईं मंधाना और जेमिमा जल्दी पवेलियन लौट गईं। मंधाना सोफी मोलिनिक्स की गेंद पर निकोला कैरी के हाथों कैच आउट हुईं। वहीं, जेमिमा का जेस जोनासन की गेंद पर कैरी ने ही कैच लिया। फाइनल खेलने वाली सबसे युवा खिलाड़ी शेफाली वर्मा 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। मेगन की गेंद पर विकेटकीपर एलिसा हिली ने उनका कैच लिया।
दीप्ति ने झटके 2 विकेट
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 184 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एलिसा हीली ने 75 और बेथ मूनी ने नाबाद 78 रन की पारी खेली। यह हीली के करिअर का 12वां और मूनी का 9वां अर्धशतक है। दोनों के बीच टूर्नामेंट में दूसरी बार शतकीय (115 रन) साझेदारी हुई। भारत की दीप्ति शर्मा ने 4 ओवर में 38 रन देखर सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया की ताकतवर जोड़ी
दीप्ति ने अपने आखिरी ओवर में 2 विकेट लिए। पहले कप्तान मेग लेनिंग (16) को शिखा पांडे के हाथों कैच कराया। इसके बाद एश्ले गार्डनर (2) को तानिया भाटिया ने स्टंप आउट किया। हीली 39 गेंद पर 75 रन की पारी खेलकर आउट हुईं। राधा यादव ने उन्हें वेदा कृष्णमूर्ति के हाथों कैच कराया। उन्होंने मूनी के साथ टूर्नामेंट में दूसरी बार 100 रन की साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर की धुआंधार शुरुआत
शिखा के तीसरे और मैच के 11वें ओवर में हीली ने लगातार तीन छक्के लगाए। मैच का पहला ओवर लेकर आईं ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा की पहली ही गेंद पर हीली ने चौका जड़ दिया था। ओवर की 5वीं गेंद पर शेफाली वर्मा ने हीली का कैच छोड़ दिया था। इस ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 3 चौके के साथ 14 रन लिए।
एक बार भी भारत ने खिताब नहीं जीता
यह 7वां टूर्नामेंट है। भारत एक बार भी खिताब नहीं जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया सबसे ज्यादा 5 बार चैम्पियन बना है। इस टूर्नामेंट से पहले भारत 3 बार (2009, 2010, 2018) में सेमीफाइनल में पहुंचा। पिछली बार उसे सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार मिली थी।
वर्ल्ड कप में शेफाली सबसे युवा खिलाड़ी
शेफाली किसी भी फॉर्मेट में वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने वाली सबसे युवा (महिला और पुरुष) खिलाड़ी बन गईं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला टी-20 वर्ल्ड के फाइनल में उतरते ही उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली। फाइनल खेल रही शेफाली की उम्र 16 साल 40 दिन है। इससे पहले वेस्टइंडीज की महिला क्रिकेटर शकाना क्विनटाइन सबसे युवा खिलाड़ी थीं। उन्होंने 2013 में वनडे वर्ल्ड का फाइनल 17 साल 45 दिन की उम्र में खेला था।