राहुल के पहली पसंद बनने के बाद एेसा लगता है कि सीनियर सलामी बल्लेबाज गंभीर का करियर लगभग खत्म हो गया है जो दो साल से अधिक समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की थी। कोहली ने दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, हमारे दिमाग में यह बिलकुल साफ है कि मुरली विजय के साथ लोकेश राहुल हमारी पहली पसंद है। वह कभी भी फिट हो सकता है, वह टीम में वापसी कर रहा है और हम उसके साथ शुरूआत करेंगे। चाहे इसके लिए उसे प्रथम श्रेणी मैच के बीच से हटाना पड़े। यह नियमों के अनुसार है।
उन्होंने कहा, हमें उसके जल्द से जल्द उबरने की उम्मीद है। टीम का संयोजन इसी तरह बनता है, आप उस फैसले के साथ जाते हैं जिसे टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ समझते हैं। मुझे नहीं लगता कि राहुल को वापस बुलाने के लिए हमें कुछ अलग तरीके से सोचने की जरूरत थी। हम खुश हैं कि वह एक बार फिर टीम में शामिल है।
राहुल की गैरमौजूदगी में गंभीर ने दो टेस्ट खेले। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 29 और 50 जबकि इंग्लैंड के खिलाफ 20 और शून्य रन की पारियां खेली। कोहली ने कहा कि गंभीर अलग अलग हालात में काफी अच्छा खेले। एक महीने से भी कम समय पूर्व न्यूजीलैंड की टीम पांचवें और अंतिम वनडे में इसी मैदान पर 23 .1 ओवर में 79 रन पर ढेर हो गई थी और कोहली ने कहा कि वे हालात का फायदा उठाना चाहेंगे।
कोहली ने कहा, आम तौर पर वाइजैग की पिच से स्पिनरों को मदद मिलती है। इसलिए मैं उम्मीद करता हूं कि पिच इसी तरह बर्ताव करेगी। यहां एकदिवसीय मैच :न्यूजीलैंड के खिलाफ: के दौरान स्पिनरों को कुछ विकेट मिले थे लेकिन साथ ही तेज गेंदबाजों को शुरूआत में मदद मिली थी।
उन्होंने कहा, ये एेसा विकेट है जिस पर स्पिनरों को गेंदबाजी में मजा आएगा। जैसा कि मैंने राजकोट में भी कहा था कि मैं विकेट पर इतनी घास देखकर हैरान था। उम्मीद करता हूं कि इस बार वाइजैग में एेसा नहीं होगा क्योंकि हम अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान देना चाहते हैं और एेसा क्रिकेट खेलना चाहते हैं जिससे घरेलू मैदान पर खेलकर विरोधी को दबाव में डाल सकें। कोहली ने कहा कि वे कौशल और हालात को लेकर चिंतित नहीं है बल्कि दोनों टीमों के बीच का अंतर मेजबान टीम का खराब क्षेत्ररक्षण रहा।
उन्होंने कहा, पिछले 14-15 महीने में हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। टेस्ट क्रिकेट में अगर आप मौकों का फायदा नहीं उठाओ तो वापसी करना मुश्किल होता है। कौशल और पिच की तुलना में यह मुख्य अंतर साबित हुआ। अगर आप अपने मौकों का फायदा उठाओ तो तीन विकेट पर 250 रन की तुलना में विरोधी टीम का स्कोर पांच विकेट पर 100 रन कर सकते हो। कोहली ने शानदार नाबाद पारी खेलकर पहला टेस्ट ड्रा कराने में अहम भूमिका निभाई और उन्होंने कहा कि यह शतक जड़ने से अधिक संतोषजनक था। भाषा एजेंसी