फीफा के इन दोनों पूर्व अधिकारियों पर फुटबॉल की सभी गतिविधियों से तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया है। सन 1998 से फीफा के अध्यक्ष रहे ब्लाटर पर 50 हजार डॉलर का जबकि प्लातिनी पर 80 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।
फीफा अदालत की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों पूर्व अधिकारियों ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया। प्लातिनी के मामले में अदालत ने कहा कि वह पूरी विश्वसनीयता और निष्ठा से काम करने में विफल रहे और अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रहे।