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फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल कल से, मेजबान रूस की भिड़ंत सऊदी अरब से

मेजबान रूस गुरुवार को 21वें फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल के पहले मैच में सऊदी अरब से भिड़ेगा। इस टूर्नामेंट को...
फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल कल से, मेजबान रूस की भिड़ंत सऊदी अरब से

मेजबान रूस गुरुवार को 21वें फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल के पहले मैच में सऊदी अरब से भिड़ेगा। इस टूर्नामेंट को लेकर रूस में रोमांच चरम पर है। उद्घाटन मैच 80 हजार की क्षमता वाले लुजिनकी स्टेडियम में होगा। रूस को फीफा की रैंकिग में 70 स्थान प्राप्त है।

दोनों टीमों के बीच मुकाबला रोचक होने की पूरी उम्मीद है। दोनों खिताब जीतने का दावेदार नहीं मानी जा रही हैं लेकिन रूस अपने समर्थकों की मौजूदगी में जीत के साथ टूर्नामेंट की सकारात्मक शुरुआत करना चाहेगा। वैसे, रूस की टीम के प्रदर्शन के नजरिये से देखें तो बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं दिखती हैं। वह रैंकिंग के नजरिये से टूर्नामेंट की सबसे कमजोर टीम है और पिछले सात मैचों में जीत दर्ज करने में नाकाम रही है।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, मेजबान रूस के फुटबाल समुदाय ने दुनियाभर के प्रशंसकों से नकारात्मक बातों को छोड़ कर गुरुवार से शुरू हो रहे टूर्नामेंट में उनका साथ देने की अपील की हैं।  रूस फुटबाल संघ के महानिदेशक अलेक्जेंडर अलीव ने दुनियाभर के फुटबाल प्रशंसकों से कुछ नकारात्मक टिप्पणियों को नजरअंदाज करने की अपील की। 
अलीव से जब एक स्थानीय अखबार में छपी नकारात्मक टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं उस पर को प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं। विश्व कप ट्रर्नामेंट शुरू होने में कुछ ही समय बचा है। यह एक महत्वपूर्ण आयोजन है और इस तरह की चीजों को भूल जाओ।’ 
उन्होंने कहा कि इस समय कोई टिप्पणी करना सहीं नहीं। चलिए एकजुट होकर विश्व कप के शानदार आयोजन में साथ दे। उम्मीद करते है कि रूस की टीम इस विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करेगी। कुछ दिन पहले मास्को के एक विश्वविद्यालय के छात्रों ने परिसर में फैन जोन ( फुटबाल प्रशंसकों के लिए जगह) बनाने का विरोध किया था। 
रूस के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी अलेक्जेंडर केरझाकोव ने कहा कि चार साल में एक बार होने वाले इस टूर्नामेंट से रूस के लिए अपनी छवि को और सुधारने का मौका होगा।  उन्होंने कहा कि रूस के पास दुनिया को यह दिखाने का एक और मौका है कि हम मेहमाननवाजी के मामले में किसी से कम नहीं। यह दुनिया का सबसे का सबसे खूबसूरत देश है। हम बहुराष्ट्रीय और बहु जातीय देश है।

रूस के 90 मैच खेलने वाले 35 साल के इस फुटबाल खिलाड़ी को हालांकि टीम से उम्मीदें है। उन्होंने कहा कि रूस के प्रदर्शन के बारे में बात करें तो मैं इस बात को लेकर आश्चस्त हूं कि वे शानदार प्रदर्शन करेंगे। उनके पास अगले दौर में जाने का मौका है।

अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा होंगे 2026 में संयुक्त मेजबान

मॉस्को में आयोजित 68वीं फीफा कांग्रेस सम्मेलन में बुधवार को अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा ने 2026 फीफा वर्ल्ड कप की संयुक्त मेजबानी हासिल कर ली। अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा ने संयुक्त रूप से 2026 वर्ल्ड कप के लिए दावेदारी पेश की थी। दावेदारी के चुनाव में इन्होंने मोरक्को को हराया है।

फीफा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि तीन देशों को वर्ल्ड कप टूर्नामेंट की मेजबानी का कार्यभार सौंपा गया है। कांग्रेस में 200 से अधिक राष्ट्रीय फुटबॉल संघों ने मतदान किया. अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा की संयुक्त दावेदारी को 134 वोट मिले। मोरक्को को 65 वोट मिले।

अमेरिकी फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कार्लोस कोरडेरियो ने कहा कि यह अद्वितीय है और उत्तरी अमेरिका में फुटबॉल जगत के लिए बहुत बड़ा पल है। 2026 में होने वाले वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में 32 के बजाय 48 टीमें हिस्सा लेंगी. इस टूर्नामेंट में 80 में से 60 मैच अमेरिका में खेले जाएंगे, वहीं कनाडा और मेक्सिको में 10-10 मैच खेले जाएंगे। अमेरिका में क्वार्टर फाइनल मैच भी खेले जाएंगे।

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