भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर अपनी मां की गंभीर बीमारी के बावजूद राष्ट्रीय कर्तव्य को प्राथमिकता देते हुए इंग्लैंड में टीम से जुड़ने के लिए तैयार हैं। उनकी मां, सीमा गंभीर, 11 जून को दिल का दौरा पड़ने के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में आईसीयू में भर्ती हैं। गंभीर 12 जून को परिवारिक आपातकाल के कारण भारत लौट आए थे, लेकिन अब वह 17 जून को इंग्लैंड रवाना होंगे।
गंभीर की अनुपस्थिति में, सहायक कोच रायन टेन डोएशटे ने बेकनहम में 13 जून से शुरू हुए भारत और इंडिया-ए के बीच चार दिवसीय अभ्यास मैच की जिम्मेदारी संभाली। इस मैच में शार्दूल ठाकुर ने नाबाद 122 रन बनाए। गंभीर की वापसी 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए महत्वपूर्ण है, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 का हिस्सा है।
बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि गंभीर की मां की हालत स्थिर है, हालांकि वह अभी भी अस्पताल में हैं। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई है, जिसके कारण गंभीर ने टीम से जुड़ने का फैसला लिया। बीसीसीआई ने उनके परिवार के लिए प्रार्थनाएं कीं और उनकी अनुपस्थिति में सहायक कोचों सितांशु कोटक और मोर्ने मोर्कल ने टीम का मार्गदर्शन किया।
यह पहली बार नहीं है जब गंभीर को परिवारिक कारणों से दौरा छोड़ना पड़ा। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भी वह निजी कारणों से स्वदेश लौटे थे। इस सीरीज में शुभमन गिल कप्तानी कर रहे हैं, क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। गंभीर पर पिछले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद दबाव है, और यह सीरीज उनके कोचिंग करियर के लिए अहम होगी।
गंभीर की प्रतिबद्धता की सोशल मीडिया पर प्रशंसा हो रही है। प्रशंसकों ने उनके कर्तव्यनिष्ठा को सलाम किया, जबकि क्रिकेट समुदाय उनकी मां के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।