भारत के ग्रुप स्तर पर शानदार प्रदर्शन की बदोलत टीम ने गुरुवार को महिला टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच बारिश की भेंट चढ़ने की वजह से भारत को फाइनल में प्रवेश मिल गया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि ग्रुप स्तर पर टीम इंडिया का प्रदर्शन इंग्लैंड से अच्छा रहा था। इस सेमीफाइनल में एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। भारत ग्रुप ए में पहले क्रम पर रहा था जबकि इंग्लैंड ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रहा था। भारत इससे पहले तीन बार सेमीफाइनल में पराजित हो चुका था। भारत का रविवार को होने वाले फाइनल में मुकाबला दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की विजेता से होगा।
कोई रिजर्व दिन नहीं रखा गया
सिडनी में सुबह से बारिश हो रही थी और इसके चलते मैच होने की संभावना कम हो गई थी, बारिश की वजह से टॉस में देरी हो रही थी। वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए कोई रिजर्व दिन नहीं है। आईसीसी के नियमों के हिसाब से परिणाम के लिए 10-10 ओवरों का मैच होना चाहिए और उसके लिए कट ऑफ टाइम भारतीय समयानुसार सुबह 11.21 बजे था और इसके चलते अधिकतम 11.06 बजे तक टॉस हो जाना चाहिए था लेकिन इसके 10 मिनट पहले ही मैच अधिकारियों ने मैच रद्द करने की घोषणा कर दी और भारत पहली बार फाइनल में पहुंच गया।
हरमनप्रीत कौर ने जताई नाराजगी
मैच रद्द होने के बाद हरमनप्रीत कौर ने भी प्रतिक्रिया देते हुआ कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि मौसम के कारण मैच नहीं हो सका और हम फाइनल में पहुंच गए, लेकिन जो नियम हैं उनको फॉलो करना होता है। भविष्य में अच्छा होगा कि सेमीफाइनल के लिए रिजर्व डे हो। पहले दिन से ही हम जानते थे कि बारिश हो सकती है इसलि हमको हर एक मैच जीतना होगा। यदि सेमीफाइनल मैच नहीं होगा तो हमारे लिए ये कठिन होगा।’
हैधर नाइट ने कहा ऐसा अंत नहीं चाहते थे
सेमीफाइनल मैच रद्द होने के बाद नाखुशी जताते हुए इंग्लैंड की कप्तान हैधर नाइट ने कहा, ‘ये वाकई में बेहद निराशाजनक है। ये विश्व कप का वैसा अंत नहीं है जैसा हम चाहते थे। कोई रिजर्व डे नहीं था मैच खेले जाने की कोई संभावना नहीं थी। अंतत: लीग दौर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार हमें भारी पड़ गई।’ खराब मौसम के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘इंग्लिश कप्तान ने आगे कहा, हमारा लक्ष्य टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचना था जो कि हमने कर दिखाया। लेकिन टूर्नामेंट का अंत वैसा नहीं हुआ जैसा हम चाहते थे।