भारत ने चल रहे पेरिस पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य सहित 29 पदक जीतकर अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया। यह किसी पैरालंपिक खेल आयोजन में भारत द्वारा जीते गए स्वर्ण पदकों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है, जो टोक्यो 2020 में जीते गए कुल पांच स्वर्ण पदकों से अधिक है। आइए इस बहु-खेल आयोजन में स्वर्ण पदक विजेताओं पर एक नज़र डालें।
सुमित अंतिल
सुमित अंतिल ने पेरिस पैराओलंपिक में पुरुषों की भाला फेंक एफ64 स्पर्धा में 70.59 मीटर की रिकॉर्ड दूरी तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता।
हरविंदर सिंह
हरविंदर ने पैरालिंपिक में पैरा-तीरंदाजी में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। एकतरफा फाइनल में हरविंदर ने पोलैंड के लुकास सिसजेक को सीधे सेटों में 6-0 से हराया।
प्रवीण कुमार
प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को पेरिस पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी64 स्पर्धा के फाइनल में देश के लिए स्वर्ण पदक पक्का किया। मेडल राउंड में प्रवीण ने 2.08 मीटर की रिकॉर्ड तोड़ छलांग लगाई। इस छलांग के साथ ही उन्होंने एक नया एशियाई रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया है।
धरमबीर
भारत के धरमबीर ने पैरा मल्टी-स्पोर्ट इवेंट में पुरुषों के क्लब थ्रो F51 फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। यह पुरुषों के क्लब थ्रो F51 इवेंट में भारत का पहला पैरालिंपिक स्वर्ण भी था।
नितेश कुमार
नितेश ने चल रहे इस प्रतिष्ठित आयोजन में पुरुष एकल एसएल3 वर्ग में ग्रेट ब्रिटेन के दूसरे वरीयता प्राप्त डेनियल बेथेल को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
अवनि लेखरा
मौजूदा पैरालंपिक चैंपियन अवनि लेखरा ने अपना क्रम जारी रखते हुए शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। वह खेलों के इतिहास में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं।
नवदीप
पैरा-एथलीट नवदीप ने पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की भाला फेंक F41 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 47.32 मीटर की व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ दूरी हासिल की, जिससे फ्रांस की राजधानी में भारत का सातवां स्वर्ण पदक सुनिश्चित हुआ।