लगभग तीन हफ्ते पहले अगर किसी से यह पूछा जाता कि विश्व कप 2019 का फाइनलिस्ट कौन होगा तो बेझिझक दो में से एक नाम टीम इंडिया का होता। सीरीज से पहले भारत के कप्तान विराट कोहली ने बताया था कि उनके पास प्लान ए है और सीरीज के बाद भी उन्होने कहा कि उनकी प्लेइिंग इलेवन तैयार है, मगर ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के बाद ऐसा लगता है कि उनका यह प्लान विफल रहा और उन्हे एक नये या प्लान बी की जरूरत है। भारत की इस हार के बाद 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप की जंग बेहद दिलचस्प हो गई है।
अब चारों ओर ऑस्ट्रेलिया की दमदार वापसी की तो चर्चा है ही, लेकिन साथ ही भारतीय टीम सवालों के घेरे में आ चुकी है। आखिर वो कौन से सवाल हैं, जिनका जवाब तलाशे बिना टीम इंडिया का विश्व कप जीतना बहुत मुश्किल होगा। ये हैं वो सवाल- नंबर 4 पर कौन खेलेगा? दूसरा विकेटकीपर-बल्लेबाज कौन है?
अब जब विश्व कप में करीब 75 दिन बाकी हैं और क्रिकेट के महाकुंभ से पहले भारतीय टीम की यह आखिरी वनडे सीरीज थी, तो ऐसे में उसके सामने टीम कॉम्बिनेशन तय करने का बेहतरीन मौका था। लेकिन अफसोस इस बात का है कि विराट कोहली पूरी सीरीज में प्रयोग ही करते रहे और अंत में उनके हाथ केवल निराशा ही लगी।
नंबर चार पर संशय बरकरार
2015 विश्व कप के बाद से भारतीय टीम चार नंबर पर अब तक 10 से ज्यादा बल्लेबाजों को आजमा चुकी है। लेकिन इन बल्लेबाजों में उसको एक भी ऐसा बल्लेबाज ऐसा नहीं मिला जो इस क्रम पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए रन बना सके। युवराज सिंह, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी इस क्रम पर बल्लेबाजी करने उतर चुके हैं। युवराज तो खराब फॉर्म के कारण पहले ही टीम से बाहर हैं और बात करें अगर कोहली की तो वे तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं क्योंकि इस क्रम में उनकी जैसी काबिलियत वाला बल्लेबाज नहीं मिल सकता।
वहीं अगर धोनी चार नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं तो पांच नंबर पर उनके जैसा कोई फिनिशर नहीं मिलता है। सुरेश रैना को भी इस नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला, लेकिन वो भी इस कमी को पूरी नहीं कर पाए। इस दौरान मनीष पांडे और केदार जाधव को टीम ने आजमाया, लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लगी।
रहाणे हो सकते थे इस सवाल का जवाब
टेस्ट टीम के उपकप्तान अंजिक्य रहाणे को नंबर चार पर बल्लेबाजी का काफी मौका मिला, लेकिन टीम उनसे जो उम्मीद कर रही थी शायद वे उस उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाए। अगर हम बाकी बल्लेबाजों की तुलना में देखें तो रहाणे ने इस नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी की। नंबर चार पर ऐसे ही बल्लेबाज की जरूरत होती है जो स्ट्राइक रोटेट कर सके और जरूरत पड़ने पर बीच-बीच में चौके-छक्के भी लगाते रहे, रहाणे में वो क्षमता है, लेकिन शायद कोहली के उम्मीद के मुताबिक उनका खेल नहीं रहा।
रायडू के अलावा कोई विकल्प नही
भारतीय टीम को जो सबसे बड़ी निराशा मिली वो अंबाति रायडू से थी। टीम हैदराबाद के इस बल्लेबाज की ओर उम्मीदों से देख रही थी। लेकिन शायद रायडू उम्मीदों पर उतने खरे नहीं उतर पाए। हालांकि माना जा रहा है कि विश्व कप में नंबर चार पर वही बल्लेबाजी कर सकते हैं। अब इसे टीम की मजबूरी ही समझे क्योंकि उनके पास कोई विकल्प भी नहीं है।
इस दौरान टीम ने विजय शंकर को भी इस नंबर पर मौका दिया और शायद टीम को ये उम्मीद भी थी शंकर रायडू से अच्छा प्रदर्शन कर दें और इस 'महाखोज' को समाप्त कर दें, लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी। अंत में बात वहीं आकर खत्म होती है कि कौन होगा नंबर चार का बल्लेबाज।
धोनी के अलावा दूसरा विकेटकीपर कौन
और एक सवाल यह भी है कि एमएस धोनी के अलावा दूसरे विकेटकीपर की तलाश अब तक जारी है। लगातार मौका देने के बावजूद ऋषभ पंत निराश करते ही आ रहे हैं। ऐसे में अब 23 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल से ही पता लगेगा कि इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप की टिकट किसे मिलेगी। उनके अलावा दिनेश कार्तिक भी इस सवाल के जवाब हो सकते थे लेकिन जो सबसे बड़ी बात उनके खिलाफ रही वो ये की वे अभी तक लंबी पारी खेलने में असफल रहे हैं। कार्तिक 40 से 50 रन तो जरूरत बना लेते हैं, लेकिन उसको शतक में तब्दील करने में वो मात खा जाते हैं।