मुकाबले से पहले वाइटिंग ने दावा किया था कि वह मैनचेस्टर एरेना में भारतीय मुक्केबाज को नरक के दर्शन कराएंगे लेकिन ब्रिटेन का यह मुक्केबाज विजेंदर के सामने टिक नहीं पाया। विजेंदर ने तकनीकी नाकआउट के जरिये तीसरा दौर खत्म होने में कुछ सेकेंड पहले चार दौर का मुकाबला जीत लिया। भारतीय मुक्केबाज ने अपने दमदार मुक्कों और अपरकट से ब्रिटेन के मुक्केबाज को पीछे धकेला और बाद में रैफरी ने मुकाबला रोककर विजेंदर को विजेता घोषित किया।
पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण कर रहे 29 साल के विजेंदर शुरूआत से ही आत्मविश्वास से भरे दिखे। दूसरी तरफ अपना चौथा पेशेवर मुकाबला खेल रहे वाइटिंग शुरू से ही असहज नजर आ रहे थे। विजेंदर ने अपने पेशेवर करियर की शानदार शुरूआत के बाद कहा, मेरे सभी प्रशंसकों को धन्यवाद। मेरा अगला मुकाबला 30 अक्तूबर को हैरो में होगा, इसका लुत्फ उठाइए। यह मेरे लिए नया है लेकिन मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मैं जीतना चाहता हूं और यह सिर्फ शुरूआत है।
विजेंदर मुकाबले की शुरूआत में सतर्क दिखे और उन्होंने पहले तीन मिनट में वाइटिंग के रवैये का जायजा लिया। लेकिन इस बीच भारतीय मुक्केबाज ने कुछ सटीक मुक्के जड़कर शुरूआती लय भी हासिल की। विजेंदर ने दूसरे दौर में वाइटिंग की गलतियों का फायदा उठाकर शानदार प्रदर्शन किया जिससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया। इस बीच वाइटिंग की आक्रामक होने की रणनीति बिलकुल भी कारगर साबित नहीं हो रही थी। दूसरी तरफ विजेंदर ने धैर्य बनाए रखा और स्थानीय प्रशंसकों के वाइटिंग का समर्थन करने के बावजूद भारतीय मुक्केबाज का हौसला नहीं डिगा। अंतत: तीसरे दौर में विजेंदर ने वाइटिंग को एक कोने में धकेलने के बाद उन पर मुक्कों की बरसात कर दी जिसके बाद ब्रिटेन के मुक्केबाज को बचाने के लिए रैफरी को मुकाबला रोककर भारतीय मुक्केबाज को विजेता घोषित करना पड़ा।
भारत के पहले ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर ने बाद में कहा, इस जीत से मैं काफी खुश हूं। यह सिर्फ शुरूआत है क्योंकि मुझे काफी आगे जाना है। मैं और कड़ी मेहनत करूंगा और एक दिन पेशेवर चैम्पियन बनूंगा।