दुनियाभर में कोरोनावायरस का खौफ इतना ज्यादा है कि लोग हाथ मिलाने की बजाए भारतीय संस्कृति का सहारा लेकर एक-दूसरे का अभिवादन करने के लिए नमस्ते कर रहे हैं। ऐसा केवल लोग ही नहीं बल्कि कुछ नेता भी कर रहे हैं। जिसका ताजा उदाहरण गुरुवार को व्हाइट हाउस में तब देखने को मिला, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर का स्वागत नमस्ते कहकर किया। दोनों नेताओं ने कहा कि वर्तमान में कोरोनावायरस जैसी परिस्थिति को देखते हुए यही उपयुक्त है। भारत में भी लोग ऐसा ही करते हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते गुरुवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप ने भारतीय संस्कृति का सहारा ले अपने मेहमान से नमस्ते किया। इस संस्कृति को ट्रंप के अलावा कई लोग अपना रहे हैं। बकिंघम पैसेल में भी प्रिंस चार्ल्स नमस्ते करते हुए देखे गए। प्रिंस चार्ल्स और ब्रिटिश टीवी एंकर फ्लोएला बेंजामिन ने गुरुवार को नमस्ते कर एक दूसरे का अभिवादन किया।
'आज हम हाथ नहीं मिलाएंगे’
ओवल हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) में पत्रकारों से पूछा कि वे कैसे एक दसरे का अभिवादन करेंगे, तब ट्रंप और भारतीय मूल के वराडकर ने हाथ जोड़ कर एक दूसरे को नमस्ते किया। ट्रंप ने कहा, 'आज हम हाथ नहीं मिलाएंगे। हम एक दूसरे को देख कर कहेंगे कि हम क्या करेंगे। आप जानते हैं इससे थोड़ा अजीब एहसास होगा।'
‘हाल ही में भारत से लौटा हूं और वहां मैंने किसी से हाथ नहीं मिलाया’
जब एक अन्य पत्रकार ने पूछा कि क्या वे हाथ मिलाएंगे, तब वराडकर ने हाथ जोड़कर नमस्ते किया और पत्रकारों को दिखाया कि कैसे वह राष्ट्रपति का अभिवादन करेंगे। ट्रंप ने भी हाथ जोड़कर नमस्ते किया। ट्रंप ने कहा, 'मैं हाल ही में भारत से लौटा हूं और वहां मैंने किसी से हाथ नहीं मिलाया और यह आसान था क्योंकि वहां ऐसा ही है।' इसके साथ ही उन्होंने दूसरी बार नमस्ते के लिए हाथ जोड़े।
ब्राजील के जिस अधिकारी ने की थी ट्रंप से मुलाकात, वो निकला कोरोना वायरस का मरीज
इससे पहले ब्राजील सरकार ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि ब्राजील के जिस सरकारी अधिकारी ने शनिवार को फ्लोरिडा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक रिसॉर्ट में बैठक की थी वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो के संचार प्रमुख फैबियो वाजेनगार्टन को उनके घर में विशेष निगरानी में रखा गया है।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि वह वायरस के चपेट में आ सकते हैं। इससे पहले ओवल ऑफिस में आयरिश प्रधान मंत्री लियो वराडकर के साथ बैठक के दौरान ट्रम्प ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'कोई बात नहीं, मुझे चिंता नहीं है।' राष्ट्रपित कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ब्राजील की चिकित्सा टीम अपने राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी हरसंभव प्रयास कर रही है।
ट्रंप के साथ साझा की तस्वीर
वाजेनगार्टन ने बीते शनिवार को इंस्टाग्राम में ट्रम्प के साथ मुलाकात की तस्वीर शेयर की थी। इस तस्वीर में कैप्शन देते हुए उन्होंने लिखा 'फिर से ब्राजील को महान बनाएं'। इस तस्वीर में दोनों के हाथ में हैट हैं और साथ में अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिका में कोरोना वायरस के 1135 मामले सामने आए
अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस के 1135 मामले सामने आए हैं। इसकी वजह से 38 मौतें हो चुकी हैं। इस वायरस के चलते पूरी दुनिया में अब तक 4,292 मौतें हो चुकी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे महामारी घोषित कर चुका है।
अमेरिका ने लगाए प्रतिबंध
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के मद्देनजर यूरोप से अमेरिका आने वाले यात्रियों पर अगले 30 दिन तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इससे ब्रिटेन को छूट दी गई है। व्हाइट हाउस के अपने ओवल ऑफिस से टीवी पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि नए नियम शुक्रवार आधी रात से प्रभाव में आएंगे और कई स्क्रीनिंग से गुजरने के बाद अमेरिकियों को अपने देश लौटने की छूट होगी।
कनाडा के पीएम की पत्नी को भी हुआ कोरोना
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, उनकी पत्नी, सोफी ग्रेजायर ट्रूडो का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। बयान में कहा गया है कि 'वह फिलहाल ठीक महसूस कर रही हैं। हल्के लक्षण हैं और वह आइसोलेशन में रहेंगी। वायरस के कारण विश्वभर के करीब 115 देशों और क्षेत्रों में 4,600 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 1,25,293 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।
107 देशों में फैला कोरोना
बता दें कि कोरोना वायरस विश्व के 107 से अधिक देशों में अपनी दस्तक दे चुका है और इससे 4200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 117,330 लोग संक्रमित हैं। ब्रिटेन ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसके देश में 10,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए होंगे। वहीं इटली में यह वायरस अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है जबकि चीन में इस वायरस की वजह से 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अमेरिका में भी इस वायरस की वजह से भी 37 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।