ट्रम्प की प्रचार मुहिम द्वारा जारी बयान के अनुसार, उन्होंने आह्वान किया कि जब तक हमारे देश के प्रतिनिधि यह पता नहीं लगा लेते कि क्या चल रहा है, तब तक अमेरिका में मुसलमानों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया जाए। ट्रम्प की प्रचार मुहिम के तहत कल कहा गया कि प्यू रिसर्च और अन्य के अनुसार मुसलमान जनसंख्या का एक बड़ा वर्ग अमेरिकियों के बहुत नफरत करता है।
ट्रम्प के अनुसार, हाल में जारी सेंटर फोर सिक्योरिटी पाॅलिसी के एक सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 25 प्रतिशत लोगों ने माना कि वैश्विक जिहाद के तौर पर अमेरिका में अमेरिकियों के खिलाफ हिंसा न्यायोचित है और सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 51 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि अमेरिका में मुसलमानों के पास शरीयत अनुसार शासित किए जाने का विकल्प होना चाहिए।
ट्रम्प ने कहा, हम जब तक इस समस्या और इससे पैदा होने वाले खतरे को निर्धारित नहीं कर लेते और समझ नहीं लेते, तब तक हमारे देश को उन लोगों के भीषण हमलों का शिकार बनने नहीं दिया जा सकता जो केवल जिहाद में यकीन रखते हैं और जिनमें कोई तर्क शक्ति या मानव जीवन के लिए कोई सम्मान नहीं है।
टम्प के बयान का कड़ा विरोध
राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनने के अन्य दावेदारों ने ट्रम्प के इस बयान की तत्काल निंदा की। न्यूजर्सी के गवर्नर क्रिस क्रिस्टी ने कहा, आपको देश से मुसलमानों को प्रतिबंधित करने की आवश्यकता नहीं है। मेरे अनुसार यह बेहूदा स्थिति होगी और एेसी स्थिति होगी जिससे कोई लाभ भी नहीं होगा। क्रिस्टी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए रिपब्लिकन पार्टी के दावेदारों की भीड़ में शामिल है लेकिन उन्हें दावेदार बनने की रैंकिंग में काफी पीछे माना जा रहा है।
राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने ट्रम्प की उनके बयान के लिए आलोचना की और कहा, हमारे संपूर्ण इतिहास में जन भावनाओं को भड़काने वाले नेताओं ने हमें नस्ल, लिंग या देश के मूल के आधार पर बांटने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, अब ट्रम्प और अन्य नेता चाहते हैं कि हम सभी मुसलमानों से नफरत करें। हमारे एकसाथ खड़े रहने से अमेरिका एक महान देश बनता है। जब हम नस्लवाद और अन्य देशों को पसंद नहीं करने की भावना को हमें बांट देने की अनुमति देते हैं तो हम एक कमजोर देश बन जाते हैं। काउंसिल आॅन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस यानी सीएआईआर ने ट्रम्प की इस नीति की आलोचना की है।