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अमेरिका के डलास में स्नाइपर्स ने पांच पुलिसवाले मारे

अमेरिका के डलास में विरोध प्रदर्शन के दौरान दो स्नाइपर्स ने पुलिस अधिकारियों पर गोलियां बरसा दीं। पांच पुलिसवालों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। इनमें तीन मौके पर ही मारे गए। दो की मौत अस्पताल में हुई। डलास के पुलिस प्रमुख डेविड ब्राउन ने संवाददाताओं को बताया कि स्नाइपर्स ने अधिकारियों पर घात लगाकर हमला किया।
अमेरिका के डलास में स्नाइपर्स ने पांच पुलिसवाले मारे

पुलिस ने एक बयान में कहा कि डलास एसडब्ल्यूएटी अधिकारियों के साथ हुई गोलीबारी में शामिल एक संदिग्ध हिरासत में है और एक व्यक्ति ने आत्मसमर्पण कर दिया है। बम निरोधी दस्ते ने एक संदिग्ध पैकेट बरामद किया है। मिनेसोटा के उपनगर सेंट पॉल और लुइसियाना के बेटन रोज में इस सप्ताह हुई घातक पुलिसिया गोलीबारी के विरोध में कल सैंकड़ों लोग विरोध प्रदर्शन के लिए जुटे थे। स्थानीय समयानुसार रात आठ बजकर 45 मिनट पर गोलीबारी शुरू हो गई थी।

ये प्रदर्शनकारी बुधवार को मिनसोटा के एक अधिकारी द्वारा फिलांदो कास्टाइल को गोली मार दिए जाने के बाद जुटे थे। सेंट पॉल उपनगर में जिस समय कार में बैठे फिलांदो को गोली मारी गई, उस समय कार में एक महिला और बच्ची भी थी। गोली मारे जाने के बाद के घटनाक्रम को फेसबुक वीडियो के जरिए शेयर कर दिया गया था। इस घटना से एक ही दिन पहले लुइसियाना में एल्टन स्टर्लिंग को गोली मार दी गई थी और इस घटना का भी सेलफोन के जरिए वीडियो बना लिया गया था।

प्रदर्शन रैली के दौरान फिल्माई गई वीडियो में दिखाया गया है कि प्रदर्शनकारी सिटी हॉल से लगभग आधे मील की दूरी पर एक सड़क पर चल रहे हैं। तभी गोलियां चल जाती हैं और भीड़ में से लोग इधर-उधर भागकर छिपने की जगह ढूंढने लगते हैं।

टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबट ने बयान जारी करके कहा कि उन्होंने टेक्सास जन सुरक्षा विभाग के निदेशक को निर्देश दिए हैं कि डलास शहर को इस समय जो भी मदद की जरूरत है, उसे उपलब्ध कराई जाए।

अश्वेत व्यक्ति पर गोलीबारी नस्लीय भेदभाव की सूचक : ओबामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि इस हफ्ते पुलिस द्वारा अश्वेत व्यक्ति पर घातक गोलीबारी व्यापक नस्ली भेदभाव की सूचक है और सभी अमेरिकियों को इस तरह की घिनौनी घटनाओं से तकलीफ होनी चाहिए। ओबामा ने कहा, इस तरह के हमले से हम सभी अमेरिकियों को तकलीफ होनी चाहिए, क्योंकि ये अपनी तरह की अकेली घटनाएं नहीं हैं। ये तो हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली में मौजूद व्यापक नस्ली भेदभाव की सूचक हैं।

(एजेंसी) 

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