अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन में एक अदालत (फेडरल ग्रांड ज्यूरी) ने व्यवस्था दी कि इन दोनों कंपनियों को एपिक सिस्टम्स का सॉफ्टवेयर चोरी करने के लिए कम से कम 24 करोड़ डॉलर देने चाहिए। इसके अलावा टाटा को 70 करोड़ डॉलर दंडात्मक हर्जाने के तौर पर देने होंगे।
एपिक सिस्टम्स ने टाटा की दोनों कंपनियों के खिलाफ अक्टूबर, 2014 में अमेरिका के मेडिसन में एक जिला अदालत में मुकदमा दायर किया था। एपिक ने इन कंपनियों पर गोपनीय सूचना, दस्तावेज और डाटा चुराने के लिए व्यापार गोपनीयता के उल्लंघन का मामला दायर किया था।