अमेरिका ने सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों के ठिकाने पर गुरुवार को जोरदार हवाई हमला कर उसे तबाह कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस महीने की शुरुआत में इराक में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट हमला किया गया था। जिसमें एक नागरिक ठेकेदार मारा गया था और एक अमेरिकी सेवा सदस्य और अन्य गठबंधन सैनिकों को घायल कर दिया था।
बता दें कि बाइडेन के द्वार कराया गया यह पहला हवाई हमला है जिसने चीन द्वारा दी गई चुनौतियों पर अधिक ध्यान देने के अपने इरादे पर जोर दिया है। इतना ही नहीं मध्यपूर्व की धमकियां भी बनी हुई हैं। सीरिया में हमला करने का बिडेन का यह फैसला इराक में अमेरिकी सैनिकों की रक्षा करने का प्रयास था।
रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कैलिफोर्निया से वॉशिंगटन के लिए उड़ान भरने वाले संवाददाताओं से कहा कि हमे पता है कि हमारा जो लक्ष्य था वह हमने पूरा किया है। उन्होंने आगे कहा हमें विश्वास है कि उस लक्ष्य का इस्तेमाल उसी शिया आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा था जिसने उत्तरी इराक में 15 फरवरी के रॉकेट हमले का जिक्र किया था जिसमें एक नागरिक ठेकेदार मारा गया था और एक अमेरिकी सेवा सदस्य और अन्य गठबंधन कर्मियों को घायल कर दिया था। ऑस्टिन ने बताया कि यह कार्रवाई अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की सिफारिश पर किया गया था।