यह काम उसने एक भारतीय निवासी के साथ मिलकर किया। इस भारतीय के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
न्यूजर्सी की 49 वर्षीय हन्नाह राबर्ट ने अमेरिकी जिला जज एनी थाम्पसन के समक्ष यह स्वीकार किया कि उसने अमेरिकी विदेश विभाग की पूर्व अनुमति के बगैर सैन्य तकनीकी चित्रों को भारत में निर्यात करके सैन्य निर्यात नियंत्रण कानून का उल्लंघन करने का षड़यंत्र रचा। इस मामले में जून, 2010 से दिसंबर, 2012 तक के दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक हन्नाह ने सैन्य हमलों में इस्तेमाल होने वाले हेलीकॉप्टरों, एफ 15 लड़ाकू विमानों और परमाणु पनडुब्बियों के लिए टॉरपीडो प्रणालियों में इस्तेमाल होने वाले पुर्जों के तकनीकी चित्रों को भारत में निर्यात करने का षड़यंत्र रचा।