- अजीत झा
एक अगस्त 1966 को टेक्सास यूनिवर्सिटी में पहली घटना में 14 लोग मारे गए थे।
एक अक्टूबर को लास वेगस में हुई थी सबसे भयंकर गोलीबारी, 58 की हुई थी मौत।
अमेरिका की टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी में सोमवार रात गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। 1 अक्टूबर की रात लास वेगस में अमेरिकी इतिहास की सबसे भयंकर गोलीबारी में 58 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले चर्च में गोलीबारी में नौ, एलीमेंट्री स्कूल में 26, नाइटक्लब में 49 लोग मारे गए थे।
हर बार ऐसी घटनाओं का जगह बदलता है। मरने वालों की संख्या अलग-अलग होती है। पर एक अगस्त 1966 से शुरू हुई इस तरह की घटनाओं का दौर नहीं थम रहा है। इस पहली घटना को टेक्सास यूनिवर्सिटी में एक पूर्व मरीन स्नाइपर ने अंजाम दिया था और उसमें 14 लोगों की मौत हुई थी। बीते 1743 दिनों में ऐसी 1517 घटनाएं हुई हैं। द गन वायलेंस आर्काइव के मुताबिक सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं में अब तक 1719 लोग मारे जा चुके हैं और 6510 जख्मी हुए हैं। यह गणना उन्हीं घटनाओं पर आधारित हैं जिनमें हमलावर के अलावा कम से कम चार लोगों की मौत हुई है।
वाशिंगटन पोस्ट और मास मर्डर इन द यूनाइटेड स्टेट किताब के लेखक द्वय मदर जोंस व ग्रांट ड्यू द्वारा जुटाए गए आंकड़ाां से पता चलता है कि 1966 के बाद से अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी की ऐसी 131 घटनाएं हुई हैं जिनमें चार या इससे ज्यादा लोगों की मौत हुई। इनमें से तीन घटनाओं को दो लोगों ने मिलकर अंजाम दिया। अन्य घटनाओं में हमलावर अकेला था। इन हमलों को अंजाम देने के लिए 271 बंदूक इस्तेमाल किए गए। हर हमलावर ने औसतन तीन बंदूक का इस्तेमाल किया। लास वेगास में हमलावर के पास दस बंदूकें थी। इन हथियारों में केवल 39 ही गैर कानूनी तरीके से हासिल किए गए थे। 134 हमलावरों में ज्यादातर की उम्र 20-49 साल के बीच थी। 75 हमलावर मौके या उसके आसपास ही मारे गए।
इस तरह के हमले अमेरिका के 50 में से 40 प्रांत में हो चुके हैं। सबसे ज्यादा ऐसी घटनाएं कैलिफोर्निया प्रांत में हुई हैं। सामूहिक गोलीबारी की हर आठ में से एक घटना स्कूल में हुई। बीस फीसद हमले कार्यस्थल पर अंजाम दिए गए हैं। द गन वायलेंस आर्काइव के मुताबिक सामूहिक गोलीबारी में मारे गए लोगों की संख्या अमेरिका में बंदूक हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या का एक फीसद से भी कम है। बंदूक से हर साल होने वाली मौत में से आधे से ज्यादा हर साल आत्महत्या होती है। 2015 में अमेरिका में बंदूक ने 12 हजार से ज्यादा लोगों की जान ली थी।
अमेरिका में बंदूक रखना उतना ही अासान है जैसे भारत में लाठी-डंडा रखना। यहां 88.8 फीसद लोगों के पास बंदूकें हैं जो दुनिया में प्रति व्यक्ति बंदूकों की संख्या के लिहाज से सर्वाधिक हैं। अमेरिका में लोगों के पास करीब 26 करोड़ 50 लाख बंदूकें होने का अनुमान है। यही कारण है कि विकसित देशों में बंदूक हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं अमेरिका में ही होती है।