यूरोपीय संसद ने एक घोषणापत्र जारी कर यह बात कही है। संसद ने फिलीस्तीन में भी इस राशि का दुरुपयोग होने की बात कही है। ‘आतंकी समूहों तक पहुंचती यूरोपीय यूनियन की सहायता’ नाम से जारी इस घोषणापत्र में कहा गया है कि यूरोपीय यूनियन की राशि किसी देश की विदेशी मदद लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण स्रोत है।
खासकर आर्थिक तंगी और सुरक्षा चिंताओं से निबटने के समय इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि इस पैसे का दुरुपयोग न हो या इसकी बर्बादी न हो। पाकिस्तान सरकार द्वारा लापरवाही के कारण या जानबूझकर यूरोपीय यूनियन के पैसे को आतंकी संगठनों तक पहुंचाया जा रहा है। घोषणापत्र में कहा गया है कि जबतक पाकिस्तान इस मामले में जरूरी नियंत्रणात्मक कदम नहीं उठाता है तबतक इस राशि की आपूर्ति रोक दी जाए या इसमें कटौती कर दी जाए।
घोषणापत्र ने फिर से इस बात पर बल दिया है कि कुछ देश, खासकर पाकिस्तान रणनीतिक लाभ हासिल करने के लिए पश्चिमी सहायता (अमेरिका, यूरोप दोनों) का दुरुपयोग कर आतंकी संगठनों की मदद कर रहा है।
यूरोपीय संसद का यह कदम स्वागतयोग्य है उम्मीद की जानी चाहिए कि इससे एक ऐसी प्रक्रिया शुरू होगी जिसमें विदेशी मदद पाने वाले देश सहायता राशि के खर्च के बारे में कोई गलती होने पर जवाबदेह ठहराए जा सकेंगे।