हाल ही में नवाज शरीफ द्वारा मुंबई आतंकी हमले को लेकर दिए गए बयान को पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) ने नकार दिया है। बयान को लेकर सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन द्वारा बुलाई गई बैठक के बाद नवाज शरीफ के बयान को झूठा करार दे दिया गया।
जियो टीवी के अनुसार, बैठक के बाद एनएससी ने कहा कि मुंबई हमलों को लेकर दिया नवाज शरीफ के बयान को नकारते हैं। उनका बयान पूरी तरह से झूठा और भ्रमित करने वाला है।
इससे पहले रविवार को आईएसपीआर के मेजर जेनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया- ‘सोमवार को प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी को उच्च अधिकार वाली एनएससी की बैठक बुलाने का सुझाव दिया गया है।’ यह ऐसा मंच है, जहां पाक सरकार और सेना का शीर्ष नेतृत्व राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करता है।
मुंबई हमले को लेकर नवाज शरीफ के बयान से पाकिस्तान में मचे कोहराम के बीच उनकी पार्टी पीएमएल-एन शरीफ के पक्ष में आई। पार्टी ने सारा दोष भारतीय मीडिया के सिर मढ़ते हुए कहा उसने ही फैलाया ये प्रॉपेगैंडा।
इस पूरे मामले को लेकर पार्टी ने एक बयान जारी किया, जिसमें 26/11 को लेकर नवाज शरीफ के बयान पर सभी दावों को खारिज करते हुए कहा गया है कि उनके बयान की भारतीय मीडिया ने पूरी तरह गलत व्याख्या की है।
बयान की भारतीय मीडिया ने की पूरी तरह गलत व्याख्या
पार्टी की इस सफाई को नवाज की बेटी मरियम ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है। बयान में लिखा गया है, 'पीएमएलएन' अपने मुखिया के डॉन को दिए इंटरव्यू पर बयान देना चाहती है। हमारे नेता के बयान की भारतीय मीडिया ने पूरी तरह गलत व्याख्या की। दुर्भाग्य से पाकिस्तानी इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया इरादतन या गैर इरादतन ही सही लेकिन बिना सच जाने भारतीय मीडिया के इस प्रॉपेगैंडा को सही ठहराया।'
नवाज के समर्पण भाव के लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नही
बयान में कहा गया है, 'देश की सबसे लोकप्रिय राजनीतिक पार्टी और इसके मुखिया को पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के प्रति उनके समर्पण भाव के लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नही है। आखिरकार, वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ही थे जिन्होंने पाकिस्तान के इतिहास में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मई 1998 में देश को परमाणु शक्ति बनाने जैसे सबसे महत्वपूर्ण और कठिन फैसले लिए हैं।'
PMLN Spokesperson: pic.twitter.com/i1QTaD6D4d
— Maryam Nawaz Sharif (@MaryamNSharif) May 13, 2018
भाई को लेकर दिए बयान को भी तोड़-मरोड़कर पेश करने की बात कही
बयान में नवाज के अपने भाई शाहबाज को लेकर दिए बयान को भी तोड़-मरोड़कर पेश करने की बात कही गई है। बयान के मुताबिक, मियां शाहबाज शरीफ पीएमएल-एन के निर्वाचित अध्यक्ष हैं। वह चुनावी अभियान में सबसे आगे हैं और पीएमएलएन के संदेश को देश के हर कोने तक पहुंचा रहे हैं। इसलिए, भविष्य में उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों को लेकर कोई भ्रम नहीं है।
पाकिस्तानी सेना ने बुलाई थी मीटिंग
नवाज शरीफ के कुबूलनामे से खफा पाक सेना ने सोमवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई है जिसकी सूचना पाकिस्तानी अधिकारियों ने रविवार को दी। इस बयान के चलते शरीफ को विपक्षी नेताओं और उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से अलग हुए लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों का कहना है कि शरीफ ने बयान देकर मुंबई हमलों में भारतीय रुख का समर्थन किया है और देश के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाया है।
जानें इंटरव्यू में क्या बोले थे नवाज
गौरतलब है कि 11 मई को 'डॉन' को दिए गए इंटरव्यू में शरीफ ने पहली बार सार्वजनिक रूप से एक साक्षात्कार में माना था कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। उन्होंने सरकार से इतर तत्वों के सीमा पार करने और लोगों की हत्या करने देने की पाकिस्तान की नीति पर सवाल उठाए थे।
इसके साथ ही, नवाज ने कहा था कि आतंकी संगठन सक्रिय हैं, क्या उन्हें सीमा पार करने और मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने की इजाजत दे देनी चाहिए?
नवाज ने पेश की सफाई
शरीफ के प्रवक्ता ने कहा, ‘शुरु में भारतीय मीडिया ने नवाज शरीफ के बयान को गलत तरीके से पेश किया। दुर्भाग्य से बयान के सभी तथ्यों को जाने बगैर पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के एक वर्ग ने भी जानबूझकर या अनजाने में ना सिर्फ इसकी पुष्टि की बल्कि भारतीय मीडिया के दुष्प्रचार को बढ़ावा दिया।’
भारत की भाषा बोलने का आरोप
अपने बयान के कारण शरीफ को विपक्षी नेताओं तथा उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से अलग हुए लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों का कहना है कि शरीफ ने बयान देकर मुंबई हमलों में भारत के रुख का समर्थन किया है और देश के हितों को नुकसान पहुंचाया है।
इमरान खान का जवाब
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने एक ट्वीट में शरीफ को आज के जमाने का मीर जाफर करार दिया। पीटीआई नेता इमरान ने कहा, नवाज शरीफ मौजूदा जमाने के मीर जाफर हैं, जिसने अपने लाभ के लिए मुल्क को गुलाम बनाने में अंग्रेजों की मदद की थी। वह गलत ढंग से अर्जित धन और विदेशों में अपने बेटे की कंपनियों के लिए देश के खिलाफ (भारत के प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की भाषा बोल रहे हैं। वह देश को नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं।