पाकिस्तान के सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्क जियो न्यूज ने कहा है कि देश के काफी बड़े हिस्से में उसके प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। इस बात की आशंका है कि यह कदम सेना के आदेश के बाद उठाया गया हो।
दूसरी ओर गृह मंत्री अशन इकबाल ने कहा कि सरकार ने चैनल के प्रसारण रोकने का आदेश नहीं दिया है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि चैनल को क्यों पूरे देश में ब्लैकआउट का सामना क्यों करना पड़़ा।
जियो टीवी ने ट्वीट कर कहा है कि अगर दर्शक जियो न्यूज अपने टीवी पर नही देख पा रहे हैं या हमारे चैनल अपने वास्तविक नंबर से किसी दूसरे नंबर पर स्थानांतरित कर दिए गए हैं या वे डेली जंग और द न्यूज की प्रति हासिल नहीं कर पा रहे हैं तो वे 021-32271133 नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार जियो न्यूज के मुख्य कार्यकारी मीर इब्राहिम रहमान ने कहा कि देश में 80 प्रतिशत स्थानों पर जियो का प्रसारण रोक दिया गया है। जियो न्यूज का प्रसारण सैन्य इलाकों, सैन्य अफसरों के निवास के निकटवर्ती इलाकों में मार्च के पहले सप्ताह में ही रोक दिए गए थे। इसके बाद इस महीने जियो के न्यूज, मनोरंजन और खेल चैनल पूरे देश के केबल ऑपरेटरों ने ब्लॉक कर दिए हैं। बताया जाता है कि सेना अपने विरोध में दिखाई जा रही खबरों की वजह से चैनल से नाराज था।
इस बीच, पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण ने कहा कि जियो न्यूज के प्रसारण पर रोक लगाने में उसका कोई हाथ नहीं है और उसने केबल आपरेटरों को जियो का प्रसारण रोकने का निर्देश नहीं दिया है।
द कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स ने जियो नेटवर्क पर सेंसरशिप को लेकर चिंता जताई है। कमेटी के एशिया प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर स्टीवन बटलर ने कहा कि जियो टीवी का प्रसारण रोकना संविधान द्वारा प्रदत्त सूचना पाने के अधिकार पर सीधा हमला है।