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तालिबान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मांगी मान्यता, कहा- किसी भी विदेशी दूतावास को खतरा नहीं, महिलाओं को लेकर कही ये बात

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह...
तालिबान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मांगी मान्यता, कहा- किसी भी विदेशी दूतावास को खतरा नहीं, महिलाओं को लेकर कही ये बात

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने भरोसा दिया है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय दूतावास या संस्था को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे.। तालिबान सरकार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से मान्यता दी जानी चाहिए। साथ ही महिलाओं को अधिकार देने की बात भी दोहराई है।

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान अब मुक्त हो गया है और समूह कोई बदला नहीं लेना चाहता है। महिलाओं के अधिकारों का इस्लामी कानून के तहत सम्मान किया जाएगा। पूर्ववर्ती शासन ने महिलाओं के जीवन पर पाबंदियां लगा दी थीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्कूल और हॉस्पिटल में काम करने की छूट होगी। इस्लाम के हिसाब से महिलाओं को अधिकार मिलेंगे और उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।

प्रवक्ता ने कहा कि देश पर उसके कब्जे के बाद ‘हर किसी को माफ कर दिया गया है।  तालिबान ने कहा कि पड़ोसी देशों को हम भरोसा देते हैं कि हमारी धरती का इस्तेमाल गलत कामों के लिए नहीं होगा। हम आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमको मान्यता देगा। विदेशी दूतावासों की सुरक्षा जरूरी है और यह तालिबान द्वारा की जाएगी।

तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, 'तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस व्यवस्था बनाने की है. इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे। मुजाहिदी बोले, 'हम लोग काबुल में भगदड़ का माहौल नहीं चाहते थे इसलिए काबुल के बाहर रुक गए थे। फिर बिना हिंसा के सत्ता परिवर्तन हुआ। पिछली सरकार अयोग्य थी. वह सुरक्षा तक नहीं दे सकती थी। हम सभी विदेशी संस्थाओं को सुरक्षा देंगे, हम अफगानिस्तान से बाहर या अंदर किसी को दुश्मन नहीं बनाना चाहते।' 

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