अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत कुछ लोगों को मंजूर नहीं है। इसके संकेत बुधवार को तब मिले, जब जलालाबाद में स्थानीय लोगों ने अफगानिस्तान का झंडा फहराया, जिसके बाद यही झंडा हाथ में लेकर रैली निकाली। इसके बाद तालिबान ने सड़क पर गोलियां चला दी। बताया जा रहा है कि भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए तालिबान ने लोगों पर फायरिंग कर दी।
तालिबान ने निहत्थे लोगों पर कई राउंड गोलियां चलाईं, जबकि लोग शांतिपूर्ण तरीके से केवल झंडे को लेकर अपनी बात रख रहे थे। इस घटना में तीन लोगों की मौत और करीब 12 लोगों के घायल होने की खबर है। इससे पहले तालिबानी लड़ाकों ने एयरपोर्ट से भीड़ को वापस भेजने के लिए भी गोलियां चलाई थीं।
लोकल मीडिया ने इसके कुछ वीडियो फुटेज भी जारी किए हैं जो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। इसमें लोग शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाल रहे हैं। इसी दौरान इमारतों और सड़कों पर तैनात तालिबान फायरिंग शुरू कर देते हैं। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए। ऐसे ही एक फुटेज में, जलालाबाद की भीड़-भाड़ वाली सड़क पर गोलियों की आवाज को सुना जा सकता है। इस दौरान स्थानीय लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान लड़ाकों ने बाद में भीड़ को डंडों से तितर-बितर किया।
यहां देखें वीडियो-
Breaking:
Protestors in Jalalabad city want the national flag back on offices & rejects Taliban terrorists’ flag. Taliban openly fires at protestors. Reports of casualties. pic.twitter.com/EFoy4oh3uT
— Najeeb Nangyal (@NajeebNangyal) August 18, 2021
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने तालिबान के सक्रिय सदस्य मुल्ला मोहम्मद रसूल को रिहा कर दिया है। वो पिछले पांच साल से जेल में बंद था। तालिबान से अलग होने और एक नया गुट बनाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब वह तालिबान के पाले में लौट आया है।
बुधवार को काबुल में ही तालिबानी नेताओं ने हामिद करजई से मुलाकात की। तालिबान की ओर से अनस हक्कानी ने इस बैठक की अगुवाई की। जबकि हामिद करजई के अलावा अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह भी बैठक में मौजूद रहे। तालिबान ने हामिद करजई को दोहा में होने वाली बैठक में बुलाया है, जहां पर सरकार बनाने को लेकर चर्चा होगी।