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अंतरराष्ट्रीय मीडिया में ‘हाउडी मोदी’, किसी ने ‘तमाशा' तो किसी ने 'ऐतिहासिक' बताया

अंतरराष्ट्रीय मीडिया में अमेरिका के ह्यूस्टन में हुआ हाउडी मोदी कार्यक्रम सुर्खियों में रहा। जहां...
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में ‘हाउडी मोदी’, किसी  ने ‘तमाशा' तो किसी ने 'ऐतिहासिक' बताया

अंतरराष्ट्रीय मीडिया में अमेरिका के ह्यूस्टन में हुआ हाउडी मोदी कार्यक्रम सुर्खियों में रहा। जहां एक तरफ कई मीडिया संस्थानों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस मुलाकात और हाउडी मोदी कार्यक्रम को ‘ऐतिहासिक’ बताया, वहीं किसी ने इसे ‘तमाशा’ भी करार दिया। देखते हैं कि दुनियाभर के प्रमुख मीडिया संस्थानों ने हाउडी मोदी कार्यक्रम को किस तरह प्रकाशित किया है...

ह्यूस्टन में दिखा तमाशाः वाल स्ट्रीट जर्नल

अमेरिका के सबसे बड़े अखबारों में शुमार द वाल स्ट्रीट जर्नल ने अपने संपादकीय में लिखा, रविवार को ह्यूस्टन में कुछ ‘तमाशा’(Spectacle) हुआ था जिसमें डोनाल्ड ट्रंप एनआरजी  स्टेडियम में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शामिल हुए थे। हालांकि अखबार ने आगे लिखा कि ‘नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप का साथ आना भारत-अमेरिका के बीच बढ़ रही रणनीतिक नजदीकी को दर्शाता है। दो बड़े लोकतांत्रिक देशों का यह रुख एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभुत्व की महत्वाकांक्षा पर लगाम लगाने के लिए महत्वपूर्ण है।’ अखबार ने यह भी लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप की नजर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बढ़ रहे मतदाताओं पर है और वे 2016 के मुकाबले 2020 में इस समुदाय का अधिक से अधिक वोट चाहते हैं। संपादकीय के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप भारतीय अमेरिकी लोगों से जुड़ने से मिलने वाले लाभ को समझते हैं क्योंकि इस समुदाय का योगदान 21वीं सदी में दोनों देशों की समृद्धि के लिए अहम है।

यह रैली एक तरह के दो नेताओं को साथ लाई है: द न्यूयॉर्क टाइम्स

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि यह रैली दो नेताओं को साथ लाई है। दोनों दक्षिणपंथी नेता लोकलुभावन वादे करके सत्ता में आए हैं। दोनों ने स्वयं को स्थापित सत्ता के विरूद्ध लड़ रहे लोगों का प्रतिनिधि दिखाया है। दोनों नेता मतदाताओं के बीच इस नजरिए के साथ गए कि वे अपने देश को ‘दोबारा महान’ बनाएंगे। भले ही नरेंद्र मोदी डोनाल्ड ट्रंप के साथ हों, लेकिन राषट्रपति ट्रंप के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय का वोट पाना आसान नहीं होगा क्योंकि भारतीय-अमेरिकी लोग डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशियों के लिए मतदान करते रहे हैं।

व्यापारिक तनाव कम करने की कोशिश: वाशिंगटन पोस्ट

वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा कि इस आयोजन के जरिये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर बढ़ रहे तनाव को कम करने का प्रयास किया है। अमेरिका ने हाल ही में भारत से होने वाले स्टील और अलुमिनियम उत्पादों पर आयात शुक्ल बढ़ाया है। विदेशी नेताओं के लिए डोनाल्ड ट्रंप के अहम को तुष्ट करना एक रणनीति रही है और यह रविवार को भी दिखा जब नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर तारीफों की बौछार की। डोनाल्ड ट्रंप ने भी नरेंद्र मोदी का स्वागत बढ़-चढ़कर किया जो कोई अमेरिकी राष्ट्रपति अमूमन नहीं करता। वाशिंगटन पोस्ट ने दोनों को ‘पर्सनैलिटी कल्ट’ के दम पर शासन करने वाला नेता बताया है।

कश्मीर में तनाव के बीच मोदी ह्यूस्टन में कर रहे हैं रैली:चाइना डेली

चाइना डेली ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर में मौजूद तनाव के बीच ह्यूस्टन में रैली कर रहे हैं। उनका साथ दे रहे हैं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। दोनों नेता एक-दूसरे की प्रशंसा कर रहे थे, जबकि स्टेडियम के बाहर हजारों लोग कश्मीर मुद्दे को लेकर मोदी का विरोध कर रहे थे। कश्मीर मुद्दे को लेकर अभी भारत और पाकिस्तान के बीच भी तनाव है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के साथ व्यापार रोक रखा है. ट्रेन रोक रखी है। दोनों देशों की सरहदों पर हमेशा गोलीबारी होती रहती है। जबकि, ट्रंप कह रहे हैं कि मोदी के राज में भारत विकास कर रहा है।

ट्रंप-मोदी एकता दिखा रहे और लोग कर रहे विरोध प्रदर्शन: डॉन

पाकिस्तान के अखबार डॉन ने लिखा है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाउडी मोदी के मंच से अपनी दोस्ती की बातें कर रहे थे, ठीक उसी समय स्टेडियम के बाहर कुछ लोग कश्मीर मुद्दे को लेकर विरोध कर रहे थे। विरोध-प्रदर्शन करने वाले लोग विभिन्न समुदायों के थे। वे कह रहे थे कि मोदी जातिवादी हैं।

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