करीब 4 साल पहले एक 3 साल के सीरियाई बच्चे एलन कुर्दी के शव की उस तस्वीर को, जिसने दुनिया को झकझोर दिया था। अब एक ऐसी ही और तस्वीर सामने आई है। साल्वाडोर के एक नागरिक और उसकी दो साल की बेटी की हैरान कर देने वाली वायरल हो रही तस्वीर ने दुनिया को हिला दिया है। अमेरिका में शरण लेने के लिए बाप अपनी बेटी को पीठ पर लाद नदी तैरकर पार कर रहा था, ताकि वह अपने परिवार समेत अमेरिका के टेक्सस पहुंच जाए। लेकिन दोनों ही डूब गए। उनका शव रियो ग्रैंड नदी के किनारे औंधे मुंह पड़ा हुआ था। 23 महीने की बेटी का सिर बाप की टी-शर्ट में है। उसका एक हाथ पिता की गर्दन के पास है। इस तस्वीर के सामने आने के बाद दुनिया भर में गुस्सा है कि किस तरह शरणार्थी अपनी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं। इस तस्वीर ने प्रवासियों और शरणार्थियों की समस्या पर दुनियाभर में बहस छेड़ दी है।
सल्वाडोर के रहने वाले ऑस्कर अलबर्टो रमायरेज नाम का फोटो में दिखने वाला ये शख्स अपनी बेटी के बेहतर भविष्य के लिए अमेरिका में शरण लेने के लिए जा रहे थे। उनकी पत्नी भी साथ में थी। अलबर्टो ने पहले 23 महीने की बेटी को अपनी टी-शर्ट में फंसाकर नदी पार कराई। फिर वो बेटी को दूसरी तरफ छोड़कर पत्नी को लेने के लिए वापस जा रहे थे। पिता को दूर जाता देख बेटी अचानक नदी में कूद गई। अलबर्टो बेटी को बचाने के लिए वापस लौटे और उसे पकड़ भी लिया लेकिन पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए।
लंबे समय से अमेरिका में शरण पाने की कोशिश में लगे थे अलबर्टो
महिला की आंखों के सामने ही उसकी बेटी और पति नदी में बह गए और वो कुछ न कर सकी। इस घटना के बाद से महिला का रो-रोकर बुरा हाल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलबर्टो लंबे समय से अमेरिका में शरण पाने की कोशिश में लगे थे।वह अमेरिकी अधिकारियों के सामने खुद को पेश करने में सफल नहीं हो पा रहे थे। इससे हताश होकर अलबर्टो ने रविवार को बेटी वालेरिया और पत्नी तानिया वानेसा अवालोस के साथ नदी पार कर अमेरिका जाने की योजना बनाई।
सोमवार को बरामद हुईं दोनों की लाशें
दोनों लाशें सोमवार को मेक्सिको के टमौलीपास राज्य के माटामोरस से बरामद हुईं। पिता-बेटी की लाशें पानी में औंधें मुंह पड़ी हुईं थीं और फोटो सामने आने के बाद से आल साल्वाडोर और मेक्सिको में काफी रोष है। शरणार्थियों के साथ खराब रवैये को लेकर वहां की सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है।
'घर छोड़कर अमेरिका जाने से मना किया था'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलबर्टो की मां रोजा रमायरेज का कहना है कि उन्होंने घर छोड़कर अमेरिका जाने से मना किया था, पर वो नहीं माने। अलबर्टो घर बनाने के लिए पैसा कमाने और बेटी को बेहतर जिंदगी देने के लिए दो महीने पहले घर से निकला था। मुझे लगता है कि बेटी ने छलांग लगाकर अलबर्टो तक पहुंचने की कोशिश की होगी, पर जब तक अलबर्टो उसे पकड़ पाते, वह काफी दूर निकल गई थी।
4 साल पहले भी एक तस्वीर ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था
4 साल पहले भी एक तस्वीर ने पूरी दुनिया को झकझोरा था और ये तस्वीर थी एलन कुर्दी की। इस तस्वीर ने शरणार्थी समस्या को पूरी दुनिया में बहस के केंद्र में ला दिया था। इस घटना के बाद कई देशों ने शरणार्थियों को लेकर अपने नियम नरम किए थे। रैमिरेज और वलेरिया की तस्वीर ने एक बार फिर इस समस्या को बहस के केंद्र में ला दिया है।
‘हमारा देश फिर से शोक में है’
दिल दहला देने वाली पिता-पुत्र की तस्वीर को लेकर साल्वाडोर के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर हिल ने कहा, ‘हमारा देश फिर से शोक में है। मैं सभी परिवारों और अभिभावकों से प्रार्थना करता हूं कि अपनी जिंदगी को जोखिम में न डालें. जिंदगी कई गुना कीमती है’। हिल ने यह भी बताया कि सरकार मेक्सिको से मृतकों के शव को लौटाने पर बातचीत कर रही है। वहीं, राष्ट्रपति अन्द्रेस मैन्युअल लोपेज़ ओब्रादोर ने परिवार को वित्तीय मदद का आश्वासन दिया है।