इन दिनों श्रीलंका में जारी सियासी और आर्थिक संकट के बीच देश से फरार हुए गोटाबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद अब स्पीकर ने राजपक्षे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। साथ ही, स्पीकर ने ये भी ऐलान किया है कि इस्तीफा मंजूर होने के बाद अब 7 दिन के भीतर नए राष्ट्रपति की नियुक्ति की जाएगी।
दरअसल, श्रीलंका में जारी बवाल के बीच स्पीकर का ये बयान काफी ज्यादा मायने रखता है, क्योंकि पिछले कई दिनों से हजारों प्रदर्शनकारी गोटाबाया के इस्तीफे और नए राष्ट्रपति की नियुक्ति की मांग कर रहे थे। बता दें कि गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में लोग बड़े स्तर पर विरोध-प्रर्दशन कर रहे हैं।
श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धन ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि हां इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा... सदस्यों को कल (राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए) आमंत्रित किया जाएगा।
#WATCH | Yes resignation has been accepted, legal process will follow...Members will be invited tomorrow (to elect a President): Sri Lanka Speaker Mahinda Yapa Abeywarden confirms President Gotabaya Rajapaksa's resignation pic.twitter.com/jLomNW64Cq
— ANI (@ANI) July 15, 2022
इससे पहले श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच लोगों की भीड़ ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था। इससे पहले ही गोटाबाया राजपक्षे अंडरग्राउंड हो गए। बाद में बताया गया कि गोटाबाया भागकर मालदीव पहुंच चुके हैं, लेकिन सियासी बवाल के चलते मालदीव में उन्हें शरण नहीं दी गई, जिसके बाद वो यहां से सिंगापुर रवाना हो गए। सिंगापुर पहुंचने के बाद उन्होंने ई-मेल के जरिए अपना इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया था।
श्रीलंका संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने गोटाबाया के इस्तीफे की आधिकारिक घोषणा की। बताया गया कि गुरुवार रात सिंगापुर में श्रीलंकाई उच्चायोग के जरिए राजपक्षे का इस्तीफा मिल गया था, लेकिन वह सत्यापन प्रक्रिया और कानूनी औपचारिकताओं के बाद आधिकारिक घोषणा करना चाहते थे। अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे नए नेता के निर्वाचित होने तक राष्ट्रपति का प्रभार संभालेंगे। उन्होंने जनता से निर्वाचन की प्रक्रिया में सभी सांसदों के भाग लेने के लिए शांतिपूर्ण माहौल बनाने का अनुरोध किया।