आध्यात्मिक प्रतिष्ठान रामकृष्ण मिशन के प्रमुख को जान से मारने की धमकी दिए जाने के बाद भारतीय उच्चायुक्त हर्ष वर्धन श्रृंगला ने मिशन परिसर का दौरा किया। चार दिन पहले इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के समर्थक होने का दावा करने वाले अज्ञात आतंकवादियों ने मिशन प्रमुख को जान से मारने की धमकी देते हुए उन्हें इस्लामी बांग्लादेश में अपने धर्म की शिक्षा नहीं देने को कहा है। इस घटना पर श्रृंगला ने कहा कि बांग्लादेश में आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए यहां जो भी कदम उठाए जाते हैं, हम करीबी पड़ोसी होने के नाते पूर्ण समर्थन की पेशकश कर सकते हैं। उन्होंने ढाका में हिन्दू आध्यात्मिक मिशन की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्था पर संतोष जताया। इसके पहले भारत ने मिशन प्रमुख को धमकी मिलने का मुद्दा बांग्लादेश के समक्ष उठाया था। धमकी आने के बाद उच्चायोग के एक अधिकारी ने पिछले हफ्ते मिशन का दौरा भी किया था।
एक आतंकवादी ने 15 जून को रामकृष्ण मिशन प्रमुख के पते पर एक पत्र भेजा था जो आईएसआईएस के लेटरहेड पर था। इस पर राजधानी के पास स्थित गाजीपुर का एक फर्जी पता दर्ज था और भेजने वाले ने अपने को ए बी सिद्दिकी बताया था। पत्र में लिखा गया था, बांग्लादेश एक इस्लामी राष्ट्र है। यहां आप अपने धर्म की शिक्षा नहीं दे सकते। अगर आप ऐसा करते रहते हैं तो 20 से 30 तारीख के बीच आपकी हत्या कर दी जाएगी। पत्र में हालांकि किसी महीने का जिक्र नहीं किया गया था। मिशन के एक संन्यासी ने पहले कहा था कि दो हफ्ते पहले एक अज्ञात युवक बिना कोई कारण बताए प्रमुख के कार्यालय में आया था। उन्होंने बताया कि धमकी मिलने के बाद जांच के लिए हमने युवक की एक तस्वीर पुलिस को सौंप दी। पुलिस ने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बाद मिशन के आसपास सादे कपड़ों में भी लगातार चौकसी बरती जा रही है। इसके अलावा मिशन के अधिकारियों की मंजूरी के बगैर किसी अज्ञात व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।