नेपाली कांग्रेस के महासचिव प्रकाश मान सिंह ने बताया कि 10 फरवरी 2014 से अक्तूबर 2015 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे कोइराला का निधन राजधानी काठमांडो के बाहरी इलाके के महाराजगंज स्थित उनके आवास पर स्थानीय समयानुसार देर रात 12 बजकर 50 मिनट पर हुआ। कोइराला फेफड़े के कैंसर का सफल इलाज करवाकर अमेरिका से लौटे थे। उन्हें पिछले साल नेपाल के नए संविधान को लागू करने का श्रेय जाता है। कोइराला क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज से पीड़ीत थे, जिसके कारण उनका निधन हुआ। सिंह ने बताया कि कोइराला के पार्थिव शरीर को काठमांडो के सानेपा स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर ले जाया जाएगा ताकि पार्टी कार्यकर्ता और अन्य लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें। कोइराला के डॉक्टर कबीरनाथ योगी ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण कोइराला की श्वास नली के संक्रमण ने बढ़कर निमोनिया का रूप ले लिया था। इस कारण उनका निधन हो गया। योगी ने कहा, सोमवार शाम तक सब सामान्य था। अचानक कोइराला की सेहत बिगड़ी और उन्होंने रात 12 बजकर 50 मिनट पर अंतिम सांस ली।
भारत के बनारस में जन्मे कोइराला ने वर्ष 1954 में राजनीति में कदम रखा था। वर्ष 1960 के शाही अधिग्रहण के बाद वह 16 साल तक भारत में राजनीतिक निर्वासन में थे। साल 1973 के विमान अपहरण में संलिप्तता के चलते वह तीन साल तक भारत की जेलों में भी बंद रहे थे। यह विमान कथित तौर पर नकदी से भरे बक्से ले जा रहा था, जिनका इस्तेमाल कोइराला और उनके रिश्तेदार नेपाली कांगे्रस के वित्तपोषण में करना चाहते थे। पिछले साल अप्रैल में देश में आए भीषण भूकंप के बाद उनकी सरकार को बहुत आलोचना का सामना करना पड़ा था। उस भूकंप में लगभग 9000 लोग मारे गए थे। कोइराला को नेपाल में लंबे समय से अवरूद्ध शांति प्रक्रिया को पूरा करने और देश में स्थिरता लाने के लिए पिछले साल सितंबर में देश का नया संविधान लागू करने का श्रेय दिया जाता है।
कोइराला के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए आज कहा कि भारत ने एक खास मित्र खो दिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, एनसी (नेपाल कांग्रेस) ने दशकों तक नेपाल की सेवा करने वाले सुशील कोइराला के रूप में एक बड़ा नेता खो दिया और भारत ने एक मूल्यवान मित्र खो दिया। मैं उनके निधन पर दु:खी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। उन्होंने कहा, सुशील कोइराला जी की सादगी हम सबके लिए मिसाल है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं कोइराला परिवार और नेपाल की जनता के साथ हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कोइराला के निधन पर आज शोक जताया और भारत-नेपाल के संबंधों में उनके योगदान का उल्लेख किया। सोनिया ने कहा कि कोइराला ने अत्यंत कठिन समय में देश का नेतृत्व किया और उसे एक गणतंत्र के रूप में बदलने में अहम योगदान दिया। उन्होंने एक बयान में कहा कि भारत-नेपाल के संबंधों को बढ़ावा देने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।