बांग्लादेश की गे एवं लेस्बियन समुदाय की पत्रिका के संपादक शुल्हाज मन्नान और उनके साथी कार्यकर्ता महबूब टोनी को 25 अप्रैल को लगभग सात हमलावरों ने एक अपार्टमेंट में मार डाला था। हमलावर धारदार हथियार और बंदूकें लेकर आए थे। ढाका मेट्रो पुलिस के प्रवक्ता और उपायुक्त मारूफ हुसैन सरदार ने कहा कि संदिग्ध शरीफ उल इस्लाम उर्फ शिहाब को आज तड़के कुष्ठिया से पकड़ा गया। ढाका के आतंकवाद रोधी इकाई के प्रमुख मनीरूल इस्लाम ने कहा, वह प्रतिबंधित अनसारूल्ला बांग्ला टीम का सदस्य है। एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस ने कहा कि शिहाब के पास से इस दोहरे हत्याकांड में इस्तेमाल दो बंदूकों में से एक मिली है।
इस्लाम ने बताया कि शिहाब की गिरफ्तारी इस हाईप्रोफाइल मामले में एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा, उन्होंने समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ताओं की हत्या इसलिए की क्योंकि वे इस्लाम के बारे में भ्रम पैदा कर रहे थे। डिटेक्टिव ब्रांच के उपायुक्त मशरूकुर रहमान खालिद ने कहा, शिहाब अनसारूल्ला बांग्ला टीम का एक सदस्य है। वे हत्या के बाद से खुलना में छिपे हुए थे। 25 अप्रैल की शाम को हमलावर यूएसएड के कार्यक्रम अधिकारी एवं बांग्लादेश की पहली एलजीबीटी पत्रिका के संपादक जुल्हाज मन्नान के अपार्टमेंट में जबरन घुस गए। जुल्हाज और उनके मित्र एवं थियेटर कार्यकर्ता महबूब रब्बी टोनी के सिर और गर्दन पर मांस काटने वाले गंडासे से वार किया गया। फोरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि तुरंत मौत सुनिश्चित करने के लिए इन हथियारों से वार किया गया।